कोलकाता: केंद्र व राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ वाम मोरचा की ओर से 31 मई को कानून तोड़ो आंदोलन राज्य भर में छेड़ा जायेगा. यह जानकारी राज्य में वाम मोरचा के चेयरमैन विमान बसु ने मंगलवार को दी. मंगलवार को वाम मोरचा के सभी घटक दलों की महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में पंचायत चुनाव में सीटों के बंटवारे पर चर्चा की गयी. साथ ही राज्य की वर्तमान स्थिति को लेकर वाम मोरचा द्वारा किये जानेवाले क्रमबद्ध आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की गयी.
श्री बसु ने बताया कि वाम मोरचा के क्रमबद्ध आंदोलन के तहत केंद्र व तृणमूल सरकार की नीतियों के खिलाफ राज्यव्यापी प्रचार अभियान सोमवार से शुरू कर दिया गया है. प्रचार अभियान राज्य के प्रत्येक जिलों में किया जा रहा है, जो 26 मई तक जारी रहेगा. वामपंथी संगठन आम लोगों के लिए लगातार आंदोलन करेंगे.
27 से 29 मई तक महानगर समेत राज्य की विभिन्न जगहों पर पथावरोध व प्रदर्शन किये जायेंगे. श्री बसु ने चिटफंड कंपनी सारधा समूह का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भूमिका पर सवाल खड़े किये. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार के सहयोग के कारण ही सारधा समूह राज्य में अपने पैर जमाने में कामयाब हो पाया. उन्होंने मामले की जांच अदालत की निगरानी में सीबीआइ से कराये जाने की मांग की. साथ ही एसएफआइ समर्थक छात्र सुदीप्त गुप्त मौत मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग दोहरायी.