स्वास्थ्य भवन में हुई इस बैठक में स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ शशि पांजा, स्वास्थ्य सचिव, राज्य ज्वांयट इंट्रेंस बोर्ड के अधिकारी आदि शामिल हुए थे. गौरतलब है कि ज्वांयट मेडिकल इंट्रेस की परीक्षा पिछले 17 मई को होनेवाली थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों एवं राज्य सरकारों द्वारा एमबीबीएस एवं बीडीएस परीक्षा लेने पर रोक लगा दी थी.
सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले से पश्चिम बंगाल समेत देश भर के लाखों परीक्षार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया था, लेकिन छात्र-छात्राआें के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अदालत ने एक वर्ष के लिए राज्यों को परीक्षा लेने की इजाजत दे दी. इसके बाद से ही राज्य में ज्वांयट मेडिकल इंट्रेंस परीक्षा के आयोजन को लेकर तैयारी शुरू हो गयी है. सोमवार को हुई बैठक में नये सिरे से प्रश्नपत्र एवं एडमिट कार्ड तैयार करने का फैसला लिया गया. राज्य के सूचना व संस्कृति विभाग के सचिव अत्रि भट्टाचार्य ने बताया कि परीक्षा के लिए नये सिरे से आवेदन नहीं करना होगा. इस बार 75882 हजार छात्र-छात्राएं ज्वांयट मेडिकल इंट्रेंस परीक्षा में भाग लेंगे. परीक्षा से संबंधित सभी जानकारियां बोर्ड की वेबसाइट पर डाल दी गयी है.