कोलकाता. माकपा से निलंबित विधायक व राज्य के पूर्व भूमि सुधार मामलों के मंत्री रज्जाक मोल्ला ने माकपा नेताओं पर जम कर हमला बोला. विधानसभा में हाउस ऑफ लॉडर्स के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में शामिल होने के बाद संवाददाताओं के सवालों के जवाब में उन्होंने बताया कि लोकसभा व विधानसभा उपचुनाव का परिणाम प्रत्याशित था. उन्होंने कहा कि माकपा के बुजुर्ग नेता अब भी अपने पद पर चिपके हुए हैं, जब तक वे अपने पदों पर बने रहेंगे.
माकपा अपनी पकड़ नहीं बना पायेगी, क्योंकि उन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि माकपा में युवाओं को मौका दिया जाये, तभी पार्टी का कुछ हित हो सकता है. उन्होंने कहा कि वाम मोरचा शासन के दौरान जब वह सिंगूर, सालेम आदि का विरोध करते थे, तो उन्हें विकास विरोधी करार दिया जाता था. उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया.
इस कारण ही आज माकपा की यह स्थिति बन गयी है. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं है, जब माकपा साइन बोर्ड में बदल जायेगी. उन्होंने कहा कि उपचुनावों में भाजपा की बढ़त का मुख्य कारण माकपा व कांग्रेस द्वारा तृणमूल के आतंक के खिलाफ कार्यकर्ताओं को संरक्षण नहीं दे पाना है. इस कारण लोग भयभीत होकर भाजपा की ओर हाथ बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि यही स्थिति रही, तो माकपा का केवल सिंबल ही बचेगा. पार्टी कार्यकर्ता नहीं रहेंगे.