कोलकाता: केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने काफी टाल मटोल के बाद आखिरकार आइआइटी खड़गपुर के प्रोफेसर पार्थ प्रतीम चटर्जी को क्लीयरेंस दे दी है. अब उनके निदेशक बनने में किसी प्रकार की बाधा नहीं रही. यह जानकारी आइआइटी खड़गपुर के रजिस्ट्रार टीके घोषाल ने दी. उन्होंने बताया कि प्रोफेसर चक्रवर्ती को क्लीयरेंस प्रदान करते हुए सीवीसी ने पत्र दिया है.
अब निदेशक के रूप में उनकी नियुक्ति में कोई समस्या नहीं है, अगले सप्ताह तक उनको निदेशक का पदभार सौंप दिया जायेगा. इस संबंध में एलुमनी एसोसिएशन के महासचिव राजेंद्र सिंह ने बताया कि सीवीसी ने क्लीयरेंस दे दिया है. अब निदेशक पद पर नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति का हस्ताक्षर जरूरी है. इसके लिए कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा. आशा है कि अगस्त महीने के प्रथम सप्ताह से वह आइआइटी खड़गपुर के निदेशक पद पर नियुक्त हो जायेंगे.
गौरतलब है कि केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण प्रोफेसर पार्थ प्रतीम चक्रवर्ती को निदेशक का पदभार नहीं दिया गया था. चयन समिति ने बहुत पहले ही उनको निदेशक बनाने का फैसला किया था. जुलाई 2012 से आइआइटी खड़गपुर में निदेशक का पद रिक्त है, जिस कारण कोई भी विकास कार्य करने में काफी परेशानी होती थी.