कोलकाता: पंचायत चुनाव के तीसरे चरण के मतदान से पहले राज्य का सियासी माहौल गरमा गया है. गुरुवार को उत्तर 24 परगना के आमडांगा में तृणमूल कांग्रेस और माकपा समर्थकों में हुई झड़प में थाना प्रभारी और चार पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गये. दोनों दलों के समर्थकों में रुक-रुक कर काफी देर तक फायरिंग होती है. बम भी फेंके गये. घायलों को अस्पताल में भरती कराया गया है.
छह घंटे तक बवाल
घटना आमडांगा के वाइछगछिया इलाके की है. सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक बवाल होता रहा. आमडांगा के चुनाव पर्यवेक्षक उज्जवल सेनगुप्ता के वाहन को लक्ष्य कर बम फेंका गया. नंबर प्लेट से लग कर बम फट गया, हालांकि पर्यवेक्षक को कोई चोट नहीं आयी. एक फोटोग्राफर की मोटरसाइकिल में भी तोड़फोड़ की गयी. हालात काबू में करने पहुंची आमडांगा थाने की पुलिस पर भी कथित तौर पर माकपा समर्थकों ने हमला किया. बम से हमले और पथराव में आमडांगा थाने के ओसी शमशेर अली सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हो गये.
भिड़ंत के दौरान 61 कच्चे व पक्के मकानों में तोड़फोड़ व लूटपाट की गयी. घर की महिलाओं के साथ भी मारपीट की गयी. सामान रास्ते पर फेंक दिया गया. दोनों पार्टियों के समर्थकों ने पुलिस के वाहनों सहित 20 गाड़ियों में तोड़फोड़ की. बाद में बड़ी तादाद में पुलिसकर्मियों और रैफ जवानों के पहुंचने पर हालात काबू में आया. घरों में तोड़फोड़ से कई लोग बेघर हो गये हैं. तनाव के मद्देनजर इलाके में पुलिस तैनात कर दी गयी है. पुलिस ने घटना के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है. माकपा और तृणमूल ने घटना के लिए एक-दूसरे को जिम्मेवार ठहराया है.
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव मुकुल राय ने कहा कि चुनाव के पहले माकपा की गुंडावाहिनी ने इलाके में आतंक पैदा करने के लिए बमबाजी व गोलीबारी की है. आतंक के चलते काफी लोग घर छोड़ कर चले गये हैं. लोगों को वापस लाने की कोशिश की जा रही है, ताकि पंचायत चुनाव में सभी मतदान कर सकें. इधर, पर्यवेक्षक की गाड़ी पर हमले की घटना को लेकर राज्य चुनाव आयोग ने कड़ी नाराजगी जतायी है. आयोग ने राज्य सरकार को सुरक्षा का कड़ा इंतजाम करने का निर्देश दिया है. गौरतलब है कि शुक्रवार को राज्य के तीन जिलों हावड़ा, उत्तर और दक्षिण 24 परगना में पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का मतदान होगा. 22 जुलाई को चौथे और 25 को पांचवें चरण का चुनाव होगा. 29 जुलाई को मतगणना होगी.