कोलकाता : वर्धवान विस्फोट से निपटने में अपनी सरकार की आलोचना का सामना कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि एनआईए की जांच से उन्हें कोई समस्या नहीं थी क्योंकि ‘आतंकवादी तो आतंकवादी हैं’ लेकिन उन्होंने सिर्फ इतना चाहा था कि केंद्र कोई फैसला करने से पहले राज्य से मशविरा करे.
दो अक्तूबर के विस्फोट पर अपने प्रथम बयान में ममता ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए.’’ घटना को धर्म से जोडे जाने को लेकर पार्टी का नाम लिए बगैर उन्होंने भाजपा को चेतावनी भी दी.
ममता ने पार्टी मुख्यालय में सांसदों, मंत्रियों और विधायकों के साथ एक बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ अपराधी तो अपराधी हैं. उनकी कोई जाति, नस्ल या धर्म नहीं है. आतंकवादी तो आतंकवादी हैं और आतंकवाद के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता.’’
विस्फोट की जांच का आदेश राज्य सरकार को सूचित किए बगैर स्वत: ही एनआईए को दिए जाने के केंद्र के फैसले पर ममता ने शुरु में ऐतराज जताया था. इस घटना में आतंकी संपर्क होने का संदेह है.
ममता ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि चर्चा होनी चाहिए. ’’कंेद्रीय एजेंसियां हमेशा ही स्थानीय पुलिस पर निर्भर रहती है.
ममता ने कहा कि इस घटना की गंभीरता से जांच होनी चाहिए. राज्य पुलिस जांच में एनआईए की मदद कर रही है.
उन्होंने कहा कि एनआईए की जारी जांच से उन्हें कोई शिकायत नहीं है और अपने एक हालिया फेसबुक कमेंट को एनआईए को लक्षित बताए जाने को लेकर मीडिया को आडे हाथ लिया.
उन्होंने बताया, ‘‘मैंने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था. लेकिन मीडिया ने बताया कि मेरा पोस्ट एनआईए के बारे में है.’’ उन्होंने मामले से निपटने को लेकर राज्य पुलिस की सराहना की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अष्टमी का दिन था जब वर्धमान में विस्फोट हुआ था. लाखों लोग दुर्गा पूजा कर रहे थे. हमारी पुलिस ने स्थिति को अच्छे से संभाला. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश हमारा भाई है और पडोसी देश को आतंकवाद से नहीं जोडना चाहिए.
