कोलकाता.
बूथ लेवल अधिकारियों की नियुक्ति को लेकर चुनाव आयोग सख्त हो गया है. आयोग ने राज्य के तीन जिलों में बीएलओ नियुक्तियों की सूची मांगी है. कितने बूथ लेवल अधिकारियों ने नियुक्ति पत्र लिया है. इसे लेकर आयोग ने उत्तर कोलकाता, कूचबिहार और मुर्शिदाबाद के जिला चुनाव अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है. जानकारी के मुताबिक 143 बूथ लेवल अधिकारियों ने नियुक्ति पत्र नहीं लिया है. इन शिक्षकों ने बूथ लेवल अधिकारी के तौर पर काम करने में अनिच्छा जतायी है. सूत्रों के मुताबिक आयोग ने इस संबंध में तुरंत रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया है. जो सरकारी कर्मचारी बूथ लेवल ऑफिसर के तौर पर काम पर नहीं आ रहे हैं या नियुक्ति पत्र नहीं ले रहे हैं, उन्हें तुरंत निलंबित करने का चुनाव आयोग ने आदेश दिया है. इसके लिए गुरुवार दोपहर 12 बजे तक की समय-सीमा तय की गयी थी. आयोग ने आदेश दिया है कि अगर बूथ लेवल ऑफिसर इस समय-सीमा के अंदर नियुक्ति पत्र नहीं लेते हैं, तो उन्हें निलंबित कर दिया जायेगा.तृणमूल पंचायत सदस्य बीएलओ पद से हटाये गयेतृणमूल नेता व तृणमूल के पंचायत सदस्य को बीएलओ पद से चुनाव आयोग ने हटा दिया है. तृणमूल नेता और इनायतपुर ग्राम पंचायत के तृणमूल सदस्य मतिउल अंसारी को मालदा के मानिकचक स्थित इनायतपुर का बीएलओ बनाया गया था. वह श्यामपुर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं. उनकी जगह इदरीस अली को नया बीएलओ बनाया गया है. वह मीराग्राम प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक हैं. विरोधी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को शिकायत की थी कि कई बीएलओ ऐसे हैं जो सीधे तौर पर सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हैं. उन्होंने इस बारे में चुनाव आयोग का ध्यान आकर्षित किया था. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर ऐसे बीएलओ के नाम भी प्रकाशित किये थे. इसमें मतिउल अंसारी का नाम सामने आया था.
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