मैथन डैम में आज आठवले आंबेडकर के योगदान के प्रति अर्पित करेंगे कृतज्ञता
डॉ बाबा साहब आंबेडकर दामोदर नदी के प्रकल्प के तीन सदस्यीय परिषद के अध्यक्ष थे, लेकिन दामोदर घाटी निगम की वेबसाइट में डॉ आंबेडकर के योगदान का कहीं जिक्र नहीं है. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यजनक है. ऐसा प्रतीत होता है कि जाति भेद के कारण उनके नाम का कहीं जिक्र नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि दामोदर परियोजना से बिजली और पानी बंगाल को मिलता है, लेकिन डैम झारखंड में है. झारखंड के लोगों को इससे कुछ लाभ नहीं मिल रहा है.
प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु व सामाजिक कार्यकर्ता भंते तिस्सावरो ने कहा कि वह बहुत दिनों से दामोदर प्रकल्प में डॉ आंबडेकर की यादगार में म्यूजियम बनाने और पानी के किताब की लाइब्रेरी बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन यह आज तक संभव नहीं हुआ.
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले के साथ मिलकर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को ज्ञापन दिया गया था. हाल में ही निरंजना फल्गू नदी को लेकर प्राधिकरण गठन करने की मांग को लेकर उन लोगों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर उनका ध्यान आकर्षित किया था. श्री गडकरी ने पूरे मामले पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. मैथन में प्रस्तावित कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ प्रेम सागर और डॉ अमरदीप कुमार भी उपस्थित रहेंगे.