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कोलकाता : स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के शंकराचार्य की गद्दी पर आसीन हुए 25 साल पूरे हुए
कोलकाता : पुरी स्थित श्री गोवर्धन मठ के पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज के सम्मान में शुक्रवार को सत्संग भवन में एक धर्मसभा का आयोजन किया गया. यह स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज के शंकराचार्य की गद्दी पर आसीन होने के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया, जिसमें विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की […]
कोलकाता : पुरी स्थित श्री गोवर्धन मठ के पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज के सम्मान में शुक्रवार को सत्संग भवन में एक धर्मसभा का आयोजन किया गया.
यह स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज के शंकराचार्य की गद्दी पर आसीन होने के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया, जिसमें विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की ओर से स्वामी जी को सम्मानित भी किया गया. इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए स्वामी निश्चलानंद महाराज ने कहा कि सनातन धर्म का सिद्धांत पुराना होते हुए भी नित्य नवीन है.
आज दुर्भाग्य है कि पूरा विश्व अर्थ और काम पर लट्टू होकर धर्म और मोक्ष को भूल गया है और विकास के पथ में इसे अवरोधक मान लिया है. जिसके चलते पूरा विश्व पुरूषार्थ विहिन हो गया है.
पुरुषार्थ के नाम पर लोगों को जो विकास दिखाई दे रहा है, वह विकास नहीं, विनाश का है. भौतिकवादी दुनिया में बुद्धिमान माने जाते हैं, पर होते हैं बुद्धू. इनके अविष्कार और सिद्धांत में जो विकास दिखता है, वह विनाश ही है. भौतिकवादी जिसे अपनी उपलब्धि मानते हैं, वे एकांत में अपने आप से पूछते हैं कि उन्हें कुछ भी नहीं दिखाई देता.
जबकि आध्यात्मवादियाें के जीवन में परम तत्व दिखाई देता है. हमारे मानव तन में अद्भुत क्षमता है. इस तन को भोगायतन नहीं बनाकर ज्ञानायतन बनाना चाहिए. जीहम जिस पुरुषोत्तम भगवान की आराधना करते हैं, वे जगतपति हैं. वे ही जगत को बनाते हैं. वहीं राम के रूप में अवतरित होते हैं. इस अवसर पर ब्रह्मचारी स्वामी निर्विकल्प सरस्वती महाराज ने शंकराचार्य का स्तुतिवादन किया.
इस अवसर पर राज्य की महिला व शिशु कल्याण मंत्री डाॅ शशि पांजा, पं. लक्ष्मीकांत तिवारी, जगमोहन बागला, मूलचंद राठी, महेश आचार्य, प्रेम चंद्र झा, विनय दूबे, संजय उपाध्याय, केके सिंघानिया, राजेश सिन्हा, डाॅ प्रेम शंकर त्रिपाठी, पार्षद मीना पुरोहित, अशोक तिवारी, अभय पांडेय व सुरेंद्र भंडारी समेत अन्य गणमान्य लोगों ने शंकराचार्य जी से आशीर्वाद ग्रहण किया.
आज गंगासागर के लिए रवाना होंगे शंकराचार्य
कोलकाता. मकर संक्राति के अवसर पर गंगासागर में पुण्य स्नान के लिए सतसंग भवन से पुरी स्थित श्रीगोवर्धन मठ के पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज शनिवार को सागर के लिए पंडित लक्ष्मीकांत तिवारी व अन्य गणमान्य लोगों के साथ रवाना होंगे. इस आशय की जानकारी ब्रह्मचारी निर्विकल्प सरस्वती महाराज ने दी.
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