कोलकाता : केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से 10 एजेंसियों को किसी के भी कंप्यूटर डेटा की जांच का अधिकार दिये जाने के विवादित आदेश पर राजनीति तेज हो गयी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महानगर के पार्क स्ट्रीट स्थित एलेन पार्क में कोलकाता क्रिसमस फेस्टिवल का उद्घाटन समारोह के दौरान केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा लिया गया यह फैसला खतरनाक है.
यह हमसे हमारी आजादी छीन लेगी. आज आजाद देश की जनता को गुलाम बनाया जा रहा है. उनका गणतांत्रिक अधिकार व गोपनीयता छीनने की कोशिश की जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 10 एजेंसियों को किसी भी कंप्यूटर में मौजूद, रिसीव और स्टोर्ड डेटा समेत किसी भी जानकारी की निगरानी, इंटरसेप्ट और डिक्रिप्ट करने का अधिकार दिया गया है. केंद्र सरकार का यह फैसला खतरनाक है. अगर केंद्र सरकार लोगों के मोबाइल या कंप्यूटर पर निगरानी करना चाहती है तो उनके पास पहले से ही यह तकनीक है.
फिर आम लोगों को क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है. वहीं, केंद्रीय वित्त मंत्री अमित मित्रा द्वारा दिये गये स्पष्टीकरण पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2009 में जब केंद्र सरकार ने जब इसे लागू किया था, उस समय इसमें किसी विशेष परिस्थिति में इसका प्रयोग करने की बात कही गई थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है.
उन्होंने साफ कहा कि हम केंद्र सरकार से कोई स्पष्टीकरण नहीं मांग रहे, हमारी मांग है, इस अधिसूचना को वापस लिया जाये. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में धर्म के नाम पर लोगों में भेद-भाव फैलाया जा रहा है, लेकिन बंगाल में इनके लिए कोई जगह नहीं है.
बंगाल में धर्म व जाति के नाम पर भेदभाव नहीं होता और ना ही यहां दंगा होता है. उन्होंने राज्यवासियों को क्रिसमस व नये वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए हर्षोल्लास के साथ उत्सव मनाने का आह्वान किया.
इस मौके पर ऑर्क विशप थॉमस डिसुजा, प्रबाल कांति दत्ता, कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, बिजली मंत्री शोभनदेव चटर्जी, उपभोक्ता मंत्री साधन पांडे, दमकल राज्य मंत्री सुजीत बोस, सूचना व संस्कृति राज्य मंत्री इंद्रनील सेन, गृह सचिव अत्रि भट्टाचार्य, सूचना व संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार, सांसद डेरेक ओ ब्रायन, कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार, स्थानीय पार्षद सुष्मिता भट्टाचार्य सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे.
पत्रकारों के लिए पेंशन योजना की लॉन्चिंग
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पत्रकारों के लिए पेंशन योजना की भी लॉन्चिंग की. राज्य के 30 वरिष्ठ पत्रकारों को मुख्यमंत्री ने पेंशन के दस्तावेज व राशि प्रदान की. साथ ही सभी वरिष्ठ पत्रकारों को शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया. वरिष्ठ पत्रकारों को पार्क स्ट्रीट स्थित एलेन पार्क में प्रेस क्लब के अध्यक्ष स्नेहाशीष सुर व सचिव किंशुक प्रमाणिक लेकर पहुंचे थे.
हालांकि राज्य सरकार ने पत्रकारों के लिए पेंशन की घोषणा कुछ महीने पहले की थी, जिसे आज औपचारिक रूप से शुरू किया गया. इस योजना को तहत वरिष्ठ पत्रकारों को 2000 रुपये प्रति माह मिलेगा.
नवान्न में ममता-फारुख की बैठक, सोमवार को आयेंगे केसीआर
कोलकाता : नेशनल कांफ्रेंस के नेता व जम्मू व कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अबदुल्ला शुक्रवार को कोलकाता आये हुए थे. उन्होंने राज्य सचिवालय नवान्न भवन में मुख्यमंत्री संग बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारों को बताया कि भाजपा को इस देश से हटाने के लिए धर्म निरपेक्ष ताकतों को एकजुट करने व जो जहां मजबूत है वहां उसके नेतृत्व में लड़ने की नीति को लेकर वह ममता बनर्जी के साथ चर्चा किये हैं.
खबर है कि अगले सोमवार को तेलांगना के मुख्यमंत्री कलभाकुंतला चंद्रशेखर राव (केसीआर) भी ममता बनर्जी के साथ इसी मुद्दे पर बैठक करने के लिए कोलकाता आ रहे हैं.
हालांकि इसके पहले भी एक बार वह नवान्न में ममता बनर्जी के साथ बैठक कर चुके हैं. लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा विरोधी दलों को एकत्रित करने का प्रयास सबसे पहले ममता बनर्जी ने ही शुरू किया था. हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार से विरोधी दलों में खुशी की लहर है.
छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की जीत ने विपक्षी पार्टियों को उत्साहित कर दिया है. ममता ने कहा था कि सेमीफाइनल में भाजपा हार गयी है. दिल्ली में ममता ने पहले ही कहा था कि अब भाजपा विरोधी क्षेत्रीय दलों को एकजुट होना होगा, जो जहां शक्तिशाली है उसके नेतृत्व में लड़ाई होगी, ताकि देश में एक सकारात्मक सरकार आये.
हालांकि रेस में आने के बाद कांग्रेस ने अभी तक साफ नहीं किया है कि वह क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन करेगी की नहीं.दूसरी तरफ ममता बनर्जी की ब्रिगेड रैली में राहुल गांधी और सोनिया गांधी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने नहीं शामिल होने की अपील की है. उन्होंने सलाह दी है कि सौजन्य की राजनीति के तहत किसी एआइसीसी के नेता को भेजा जा सकता है.
खबर है कि तृणमूल कांग्रेस के ब्रिगेड रैली में फारुख अब्दुल्ला, केसीआर, चंद्रबाबू नायडू, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव और मायावती के अलावा हार्दिक पटेल जैसे नेता आयेंगे, जो ममता बनर्जी के फेडरल फ्रंट पर चर्चा कर सकते हैं. इसके अलावा राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में घोषित करनेवाले डीएमके नेता स्टैलिन के साथ भी ममता बनर्जी संपर्क रखते हुए आगे बढ़ रही हैं.
कुर्सी का खेल है भाजपा की रथयात्रा : पार्थ चटर्जी
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि भाजपा की रथयात्रा कुर्सी का खेल है, और कुछ नहीं. इसी की आड़ में वह कुर्सी की राजनीति कर रही है क्योंकि उसको हर हाल में सत्ता की कुर्सी चाहिए.
यही वजह है कि वह बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व में चल रहे विकास कार्यों में रोड़ा डालने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है, लेकिन उसकी चाल कामयाब नहीं होगी. क्योंकि उनके पास जनाधार नहीं है. भाजपा, लोगों को हिंसा के लिए उकसा कर खुद को हीरो बनाना चाह रही है.
भाजपा की यात्रा राजनीतिक नहीं, धार्मिक : सुदीप
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि भाजपा की प्रस्तावित रथयात्रा राजनैतिक कार्यक्रम नहीं है, क्योंकि इसको लेकर जिस तरह से प्रचार किया गया है उसको देखते हुए प्रशासन को भाजपा के मंसूबों का पता चल गया, इसलिए वह इस यात्रा को रोकना चाहती है. इसके लिए वह बेवजह सरकार को बदनाम कर रही है. उन्होंने कहा कि कई इलाकों में रथयात्रा के निकलने पर सांप्रदायिक सौहोर्द्र को खतरा होगा.
इस बात को भांप कर पुलिस ने खुफिया रिपोर्ट राज्य सरकार को दी है, जिसे अदालत को दिया गया था. अदालत ने उसे देखा तक नहीं. इसलिए खंडपीठ ने उसे वापस सिंगल बेंच के पास भेजा है. रहा सवाल प्रशासन का तो उसको वक्त देना होगा, क्योंकि उसके लिए तैयारी भी करनी पड़ती है.
