कोलकाता/मुंबई : रोटी कपड़ा और मकान, घायल और पीकू जैसी कई फिल्मों में काम कर चुकीं मौसमी चटर्जी अपनी बीमार बेटी की वजह से परेशान हैं. कोलकाता में उनके शुभचिंतकों ने बताया कि गुरुवार को 70 साल की मौसमी पति जयंत मुखर्जी के साथ बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंची थीं, जहां उन्होंने अपनी बेटी पायल की देखभाल की इजाजत मांगी, जो इस वक्त कोमा में हैं.
मौसमी और जयंत ने दामाद डिकी मेहता पर पायल की देखभाल सही से नहीं करने का आरोप भी लगाया है. उल्लेखनीय है कि पायल की शादी 2010 में बिजनेस मैन डिकी मेहता के साथ हुई थी. शादी के कुछ दिनों बाद से ही वह बीमार रहने लगी थी. डिकी के सास-ससुर का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ डिकी सही सलूक नहीं करता था.
फिलहाल वह बीमार है और कोमा में है, जिसकी देखभाल करने के लिए वह लोग उसके पास जाना चाहते हैं, लेकिन दामाद उनको रोक रहा है. सास-ससुर की इस याचिका पर शनिवार को सुनवाई हुई. मौसमी की ओर से सीनियर काउंसिल बेनी चटर्जी ने जस्टिस बी पी धर्माधिकारी और एस व्ही कोतवाल के सामने याचिका पेश की है. कोर्ट ने अपनी राय सुरक्षित रख ली है और कोर्ट की ओर से मौसमी के दामाद डिकी को निर्देश दिया गया है कि
वह पिटीशन के संदर्भ में एफिडेविट दाखिल करें. मौसमी के वकील का कहना है कि यह एक मानविक मामला है. लिहाजा कोर्ट के संज्ञान में है और कोर्ट इस मामले में देखरेख करने की जिम्मेवारी देगा. याचिका के मुताबिक डिकी मेहता से शादी के बाद पायल गंभीर रूप से बीमार रहने लगीं. पिछले साल उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था, जहां उनकी मां और बाकी फैमिली मेंबर्स देखभाल कर रहे थे.
कुछ महीने पहले कोमा की हालत में पायल को डिस्चार्ज कराया और खार इलाके में स्थित अपने घर में ही ट्रीटमेंट कराने लगे. मौसमी का दावा है कि इसके बाद से उनके किसी भी फैमिली मेंबर को पायल से मिलने नहीं दिया जा रहा है.
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, याचिका में कहा गया है कि 28 अप्रैल 2018 को मेहता फैमिली पायल को घर लायी. डिकी ने पायल की देखभाल के लिए नर्स रखी थी. उन्हें यह भी कहा गया था कि पायल की डाइट और फिजियोथेरिपी पर ध्यान देना है, लेकिन डिकी ने पायल की फिजियोथेरिपी भी नहीं करायी और न ही उनकी डाइट में कोई बदलाव किया.
यहां तक कि उन्होंने स्टाफ की पेमेंट भी रोक दी, जिसके चलते नर्स काम छोड़ कर चली गयी. मौसमी का दावा यहां तक है कि डिकी उन्हें पायल की मेडिकल रिपोर्ट्स तक नहीं दिखा रहे हैं. इस मामले में 20 नवंबर को मौसमी ने खार पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज करायी थी, जिसमें बेटी की जिंदगी बचाने के लिए जल्दी से जल्दी मदद की अपील की थी.
