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इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव में मुकुल राय का दावा जीतेंगे बंगाल में लोकसभा की 36 सीटें

कोलकाता : राज्य में तृणमूल का साथ छोड़कर भाजपा के बंगाल विजय योजना की कमान थाम चुके मुकुल राय ने शनिवार को दावा किया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य में 36 सीटें जीतेगी. वहीं, भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए चंदन मित्रा ने कहा है कि भाजपा को बंगाल की […]

कोलकाता : राज्य में तृणमूल का साथ छोड़कर भाजपा के बंगाल विजय योजना की कमान थाम चुके मुकुल राय ने शनिवार को दावा किया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य में 36 सीटें जीतेगी. वहीं, भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए चंदन मित्रा ने कहा है कि भाजपा को बंगाल की कुल 42 में से 10 सीटें भी मिलना मुश्किल होगा.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में मौजूदा समय में भाजपा के पास महज 2 सांसद हैं, जबकि 34 सीटों पर तृणमूल का कब्जा है. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2018 के दूसरे दिन कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए इंडिया टुडे के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने हाल ही में भाजपा से टीएमसी में गये चंदन मित्रा से पूछा कि एक सर्वे के मुताबिक बीजेपी राज्य में 16 सीटें जीत सकती है, क्या उन्होंने ऐन मौके पर बीजेपी छोड़कर गलत किया? इस सवाल का जवाब देते हुए चंदन मित्रा ने कहा कि उन्हें इस सर्वे पर भरोसा नहीं है.
उन्होंने कहा कि भाजपा का वोट प्रतिशत जरूर बढ़ा है क्योंकि कांग्रेस और लेफ्ट का ग्राफ नीचे आया है, और बीजेपी उन्हीं लोगों के लिए विकल्प बन रही है जो टीएमसी के साथ नहीं जाना चाहते हैं. चंदन मित्रा ने बताया कि भाजपा के लिए 16 सीटों का आंकड़ा बकवास है. उन्होंने कहा कि भाजपा इसके आस-पास भी नहीं पहुंचने वाली है. हमें संदेह है कि बीजेपी राज्य में दहाई का आंकड़ा भी क्रॉस कर पायेगी. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर तंज कसते हुए चंदन मित्रा ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष राज्य में 22 सीटें जीतने का सपना देख रहे हैं.
चर्चा में शामिल मुकुल राय ने दावा किया कि वे सर्वे के आंकड़े से इत्तेफाक नहीं रखते हैं कि बीजेपी को मात्र 16 सीटें ही मिलेंगी. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा पश्चिम बंगाल में 36 से ज्यादा सीटें जीतने जा रही है.
बहस को आगे बढ़ाते हुए राहुल कंवल ने मुकुल राय से पूछा कि आखिर क्यों वह ममता का दामन छोड़कर बीजेपी के साथ चले गये. मुकुल राय ने कहा कि ममता हमेशा से भाजपा के साथ रही हैं लेकिन जब राज्य को आगे ले जाने का समय आया तो वह बीजेपी से दूर हो गयीं.
इस सत्र के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि वह लगातार चार बार मुर्शिदाबाद से सांसद चुने गये हैं और यह क्षेत्र माइनॉरिटी बाहुल है. इससे साफ है कि कांग्रेस की राज्य में मजबूत पकड़ है और आगामी चुनावों में कांग्रेस टीएमसी और बीजेपी से बेहतर प्रदर्शन करने जा रही है.
अधीर रंजन ने कहा कि लेफ्ट पार्टियों को अब फैसला लेने की जरूरत है कि वह ममता को पीछे छोड़ने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन में रहना चाहती है या नहीं.
शतरूप चौधरी ने कहा कि बंगाल लेफ्ट और राइट के क्रॉसरोड पर नहीं है. यह सच है कि लेफ्ट का वोट शेयर कम हुआ है. शतरूप ने कहा कि लेफ्ट पार्टियां राज्य में रामलीला कराते नहीं देखी गयी लेकिन वह टी वर्कर्स के साथ जरूर खड़ी रही.
वहीं रामनवमी और मुहर्रम एक साथ मनाने से सांप्रदायिक माहौल खराब होने के सवाल पर भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि क्या राज्य में दुर्गा पूजा और दुर्गा विसर्जन जब मुहर्रम के साथ पड़ता है तो राज्य सरकार विसर्जन पर प्रतिबंध लगाने का काम करती हैं. क्या इससे सांप्रदायिक माहौल नहीं खराब हो रहा है.
बता दें कि कोलकाता में शनिवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2018 के दूसरे दिन का कार्यक्रम हुआ. कॉन्क्लेव ईस्ट 2018 के पहले सत्र में टीएमसी नेता और पत्रकार चंदन मित्रा, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा, भाजपा नेता मुकुल राय, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और डीवाइएफआइ नेता शतरूप घोष ने शिरकत की.

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