कोलकाता : प्रदेश भाजपा के तय कार्यक्रम में भारी फेरबदल हो गया है. दिल्ली नेतृत्व ने पश्चिम बंगाल के प्रदेश भाजपा महासचिव शायंतन बसु व प्रदेश सचिव दीपांजन को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थि कलश अब तक नहीं सौंपा है. अब अटलजी की अस्थियां मंगलवार की दोपहर दिल्ली में मिलेंगी, जो शाम तक कोलकाता पहुंचेंगी. इसके बाद बुधवार को पार्टी अस्थि कलश को कार्यालय में लोगों के दर्शन के लिए रखा जायेगा. गुरुवार को अस्थि कलश को रथ पर रख कर गंगासागर के लिए रवाना किया जायेगा. यह जानकारी प्रदेश भाजपा के महासचिव संजय सिंह ने दी है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अस्थि कलश अब तक इसलिए नहीं सौंपी गयी, क्योंकि पूरी विधि से उसकी पूजा नहीं हुई थी. इसके अलावा पूरे देश में अस्थि कलश की मांग इस कदर है कि भाजपा केंद्रीय नेतृत्व अब थोड़ा वक्त लेना चाहता है. बंगाल का नंबर इसलिए मंगलवार को आ रहा है, क्योंकि बुधवार को बकरीद है. ऐसे में भाजपा कार्यकर्ता अपने तय कार्यक्रम के अनुसार अस्थि कलश यात्रा निकाले, तो किसी भी अप्रिय घटना के लिए तृणमूल कांग्रेस भाजपा को ही जिम्मेवार ठहरायेगी. इस स्थिति से बचने के लिए यह व्यवस्था की गयी है. बकरीद के दिन पार्टी दफ्तर में अस्थि कलश को दर्शन के लिए रखा जायेगा.
गुरुवार को गंगासागर में प्रवाहित होंगी अस्थियां
इधर, प्रदेश भाजपा के महासचिव संजय सिंह ने बताया कि गुरुवार को तय समय पर उनकी शोभायात्रा निकलेगी. प्रदेश भाजपा के सांगठनिक जिलों के मुताबिक चार जिलों से होकर गुजरने के बाद अस्थि कलश यात्रा काकद्वीप पहुंचेगी. वहां से वेसल द्वारा अस्थि कलश रथ गंगासागर के लिए रवाना होगी. अगर सूर्यास्त हुआ, तो कार्यक्रम में बदलाव होगा. तब शुक्रवार को सूर्योदय के समय सागर द्वीप में पूरी विधि-विधान के साथ गंगासागर में अस्थियां विसर्जित की जायेंगी.
