अजय विद्यार्थी
सागरद्वीप : एक कहावत थी: सारे तीरथ बार-बार, गंगासागर एक बार. लेकिन अब गंगासागार बार-बार हो गया है. अब पहले की तुलना में स्थिति अब बदल चुकी है. सागरद्वीप में अब आसानी से पहुंचा जा सकता है. अब गंगासागर तीर्थयात्रा भी एक बार नहीं बल्कि बार-बारकी जा सकती है. पिछले कुछवर्षों में यहां आधारभूत सुविधाओं का समुचित विकास हुआ है. परिवहन व्यवस्था के साथ-साथ मंदिर परिसर में भी तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने काफी बेहतर इंतजाम किये हैं. न केवल मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ है, वरन मंदिर परिसर के आसपास के इलाके को भी सजाया गया है.
अस्थायी कैंप का निर्माण कार्य तेजी से
गंगासागर मेला प्रागंण में होगलो से अस्थायी कैंप या कुटिया का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. सागरतट के किनारे होगलो से कुटिया का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है तथा इसे अब अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसी तरह से लॉट नंबर आठ पर भी अस्थायी बस स्डैंट का निर्माण कार्य चल रहा है, जिनमें कोलकाता से जानेवाली बसें ठहरती हैं. लॉट नंबर आठ पर नदी के किनारे भी बांस बल्ली लगायी जा रही है. लॉट नंबर आठ व केचुबेड़िया में बड़ी संख्या में दुकानें भी खुल गयी हैं. ताकि तीर्थयात्रियों को सुविधा हो सके. लाट नंबर आठ पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगने लगी है. गंगासागर जाने के लिए श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है.