कोलकाता : नदिया जिले के हांसखाली इलाके में तेज धारदार हथियार से गाेद कर तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता अलीमुद्दीन की हत्या के मामले में अपराधियों को नहीं बख्शने का एलान राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने किया है. मृतक के प्रति शोक और परिवार को संवेदाना जताने के लिए तृणमूल कांग्रेस के महासचिव उनके घर गये थे. उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक राजनीतिक हिंसा है. इसे माकपा के लोगों ने अंजाम दिया है. पुलिस प्रशासन से बात कर उन्हें कहा गया है कि वह किसी भी कीमत पर अपराधियों को नहीं छोड़ें. इस तरह की घटना से राज्य में तृणमूल कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव को रोका नहीं जा सकता है.
इधर, मृतक के परिवार की तरफ से शुरू में दावा किया गया था कि पार्टी के दूसरे गुट के लोगों ने अलीमुद्दीन की हत्या की है. माकपा ने भी इस हत्या में किसी भी तरह से शामिल होने से इंकार कर दिया है. खुद पार्थ चटर्जी भी स्वीकार करते हैं कि सीमांत इलाका होने के कारण इस इलाके में असामाजिक तत्वों की गतिविधियां अधिक रहती है. इसकी वजह से राजनीतिक रूप से लगातार तृणमूल का संगठन बढ़ता देख विरोधी सकते में थे, इसलिए उन्होंने साजिश के तहत उनकी हत्या की है.