कोलकाता. एक मिरर ऐप को डाउनलोड करना कोलकाता के एक पुलिस अधिकारी को भारी पड़ गया. उस ऐप को डाउनलोड करने से उन्हें 10 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. ट्रैफिक विभाग के एक पुलिस अधिकारी ने इस संबंध में इंटाली थाने में शिकायत दर्ज करायी है. पुलिस ने बताया कि हालांकि वह काम के लिए कोलकाता में है, लेकिन मूल घर पूर्वी बर्दवान के मेमारी में है. वह भविष्य निधि से संबंधित समस्या के समाधान के लिए एक वेबसाइट पर कुछ नंबर ढूंढ रहा था. इसी में एक नंबर दिखा. उन्होंने उस नंबर पर कॉल किया तो एक व्यक्ति ने खुद को मैनेजर बताया. उन्होंने पुलिस अधिकारी को व्हाट्सएप पर ”कस्टमर सपोर्ट” नामक ऐप का लिंक भेजा और उसे डाउनलोड करने को कहा. उनसे कहा गया कि वे उस ऐप पर शिकायत दर्ज कराएं. उन्होंने उस व्यक्ति पर विश्वास कर ऐप डाउनलोड किया और कुछ बैंक संबंधी जानकारी दे दी. पुलिस अधिकारी को यह भी पता नहीं चला कि यह मनी लॉन्ड्रिंग के लिए एक मिरर ऐप था, जो बैंक ऐप के रूप में छिपा हुआ था. उनसे डेढ़ घंटे तक इंतजार करने को कहा गया. इसी बीच उन्हें मैसेज के जरिए पता चला कि उनके बैंक खाते से पांच-पांच लाख रुपये की दो किस्तों में कुल दस लाख रुपये निकाल लिये गये हैं.
इंटाली थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी. पुलिस ने बताया कि जिस मोबाइल नंबर से उससे संपर्क किया गया था, उसके जरिए जांच जारी है.
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