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West Bengal: पुलिस ने टेट पास अभ्यर्थियों को देर रात धरनास्थल से हटाया, भाजपा ने दी आंदोलन की चेतावनी

पश्चिम बंगाल में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2014 में उत्तीर्ण, लेकिन मेधा (मेरिट सूची में शामिल नहीं होनेवाले उम्मीदवारों को गुरुवार की देर रात करीब 12 बजे के बाद धरना स्थल से जबरन हटा दिया गया .

पश्चिम बंगाल में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2014 में उत्तीर्ण, लेकिन मेधा (मेरिट सूची में शामिल नहीं होनेवाले उम्मीदवारों को गुरुवार की देर रात करीब 12 बजे के बाद धरना स्थल से जबरन हटा दिया. यह कहते हुए कि इस क्षेत्र में आपराधिक दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा-144 लागू है. प्रदर्शनकारी जगह खाली करने को तैयार नहीं थे. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की अपील को नजरअंदाज कर दिया और करीब 100 मीटर दूर जाकर बैठ गये. वे पांच-पांच लोगों के समूह में बैठ गये, ताकि निषेधाज्ञा का उल्लंघन न हो. प्रदर्शनकारियों ने कहा वे सरकारी या सरकार द्वारा सहायता प्राप्त का प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति मिले बिना धरना स्थल से नहीं हटेंगे. इस बीच पुलिसकर्मियों ने बल का प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को हटा दिया. देर रात धरना स्थल पर काफी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंच चुके थे.

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टेट उम्मीदवारों को पुलिस की गाड़ी में भर कर अन्यत्र ले जाया गया

टेट उम्मीदवारों को पुलिस की गाड़ी में भर कर धरना स्थल से अन्यत्र ले जाया गया. इस दौरान कुछ उम्मीदवार पुलिस के वाहन के नीचे जाकर लेट गये, पर पुलिसवालों ने एक न सुनीं, उन्हें जबरन धरना स्थल से हटा दिया गया. प्रदर्शनकारियों के हटाने के बाद धरना स्थल की साफ-सफाई भी कर दी गयी. गौरतलब है कि सॉल्टलेक स्थित धरना स्थल पर 2014 टीईटी के करीब 500 अभ्यार्थी 17 अक्तूबर से धरना दे रहे थे, लेकिन गुरुवार 2017 शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के करीब 100 अभ्यर्थी उनके साथ जुड़ गये. इन अभ्यर्थियों का भी दावा है कि उन्होंने परीक्षा पास की थी, बावजूद इसके दो चरणों के साक्षात्कार के बाद बने पैनल में उनका नाम शामिल नहीं किया गया. इस बीच कुछ अभ्यार्थी धरना स्थल पर आमरण अनशन भी शुरू कर दिये थे.

बोर्ड ने किया था कोर्ट का रूख

धरना स्थल से टेट उम्मीदवारों को हटाने के लिए प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने गुरुवार को कोर्ट का रुख किया था. बोर्ड का कहना था कि इन टेट अभ्यर्थियों के सड़क पर बैठने से बोर्ड का काम प्रभावित हो रहा है. लोगों को आने जाने में समस्या हो रही है. बोर्ड की शिकायत के बाद ही इस स्थान पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी थी. देर रात, माइक के जरिये प्रदर्शनकारियों टीईटी उम्मीदवारों को धरना स्थल से हटने की अपील की गयी, लेकिन आंदोलनकारी वहां से हटने के लिए तैयार नहीं थे. हाइकोर्ट में दायर बोर्ड की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने आंदोलनकारियों को हटाने का कोई निर्देश तो नहीं दिया, लेकिन अदालत ने राज्य सरकार से कहा है कि आंदोलन की वजह से पर्षद के कर्मचारियों के आने-जाने में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होनी चाहिए़. इसके साथ ही भारी पुलिस बल को तैनात करने का निदेर्श दिया गया था.

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सुकांत मजूमदार ने किया ट्वीट

बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ट्वीट किया, दीदी के खेला होबे का आज नया अर्थ ले लिया, जब पुलिस ने क्रूर बल लागू करना शुरू कर दिया और टीईटी 2014 के योग्य छात्रों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया, जो अपनी जायज मांगों के लिए राज्य सरकार का विरोध कर रहे थे.इस टीएमसी सरकार में युवाओं का कोई भविष्य नहीं है.इस मुद्दे पर सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जरूरत होगी तो भाजपा टेट उम्मीदवारों के लिये आंदोलन करेगी.

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