कोलकाता. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) दक्षिण बंगाल सीमांत के अधिकारियों ने भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे गांवों में रहनेवाले लोगों के साथ समन्वय बैठक की. बुधवार को बीएसएफ की 68वीं बटालियन व 107वीं बटालियन की सीमा चौकियों मामाभगिना और सुतिया में आनेवाले सीमावर्ती गांवों में समन्वय बैठकें आयोजित की गयीं. बीएसएफ द्वारा आयोजित इस बैठकों में पंचायत प्रधान, पंचायत के सदस्य और ग्रामीण शामिल हुए. इन बैठकों का उद्देश्य बीएसएफ व स्थानीय समुदायों के बीच संबंधों को मजबूत करना है. बांग्लादेश के मौजूदा हालात के मद्देनजर बीएसएफ के अधिकारियों ने सुरक्षा बनाये रखने और गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने में ग्रामीणों से सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया. ग्रामीणों को बताया गया कि कैसे स्थानीय निवासी सतर्क रहकर और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देकर सीमा की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं. बैठक के दौरान संबोधित किये गये प्रमुख बिंदुओं में किसी भी संभावित सुरक्षा उल्लंघन को रोकने के लिए तटबंध पर अनावश्यक नागरिक आवाजाही पर प्रतिबंध शामिल था. बीएसएफ ने ग्रामीणों को यह भी बताया कि रात के समय सीमा क्षेत्र में मछली पकड़ना सख्त वर्जित है, क्योंकि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है.
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