आसनसोल/जामुड़िया/रानीगंज.
आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) की खुफिया विभाग (डीडी) की टीम को मोबाइल फोन लिफ्टरो के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. कमिश्नरेट इलाके से चोरी/छिनतई/लूट का मोबाइल फोन लेकर मालदह जिला के कालियाचक इलाके में सप्लाई करने जा रहे गैंग के एक सदस्य कुल्टी थाना क्षेत्र के चिनाकुड़ी तीन नम्बर बस्ती इलाके का निवासी समीम अब्दुल उर्फ मुन्ना (49) को रविवार डीडी की टीम ने जामुड़िया थाना क्षेत्र के केंदा पुलिस फांडी इलाके में पकड़ा. आरोपी स्कूटी पर सवार होकर पंजाबी मोड़ से पांडवेश्वर की ओर जा रहा था. पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया तो वह पुलिस को चखमा देकर भागने लगा, उसे घेरकर पकड़ लिया गया. जांच के क्रम में उसके पास से सात मोबाइल फोन बरामद हुआ. आरोपी ने स्वीकार किया कि वह कालियाचक में किसी व्यक्ति को यह सारा मोबाइल फोन देने जा रहा था. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने रानीगंज थाना क्षेत्र के कालीपहाड़ी, डामरा कोलियरी इलाके का निवासी प्रेम नोनिया के आवास पर छापेमारी की. उसके पास से तीन मोबाइल फोन बरामद हुआ. डीडी के अवर निरीक्षक पलाश मल्लिक की शिकायत पर जामुड़िया थाना में कांड संख्या 136/25 में आरोपियों के खिलाफ 303(2)/317(2)/317(4)/3(5) के तहत मामला दर्ज हुआ. दोनों आरोपियों को सोमवार अदालत में पेश किया गया. जांच अधिकारी ने आरोपियों की पांच दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने तीन दिनों का रिमांड मंजूर किया. पहली बार डीडी का मोबाइल लिफ्टरों के खिलाफ कार्रवाई से कुछ बड़ा मामला उजागर होने की संभावना जताई जा रही है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह गैंग चोरी के मोबाइल फोन को खरीदकर बाहर सप्लाई करता है. इनके गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.गौरतलब है कि वर्तमान समय में साइबर अपराध पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है. इस अपराध में मोबाइल फोन की भूमिका काफी अहम होती है. अपराधी चोरी का फोन और सिमकार्ड का ही उपयोग करते हैं, ताकि पुलिस सीधे उन तक नहीं पहुंच सके. इन अपराधियों के लिए चोरी का मोबाइल फोन और सिमकार्ड मुहैया कराने के लिए नए-नए गिरोह दिन प्रतिदिन तैयार हो रहे हैं. मोबाइल चोरी/छिनतई/लूट की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है.
डीडी टीम द्वारा पहली बार मोबाइल फोन लिफ्टरों के खिलाफ की गयी कार्रवाई में बड़ा खुलासा हुआ है. यहां से चोरी का मोबाइल कालियाचक में सप्लाई किया जा रहा है. इससे पहले खुलासा हुआ था कि जामताड़ा गिरोह के लिए चिनाकुड़ी के अनेकों गैंग मोबाइल छिनतई का काम करते हैं. अनेकों पकड़े भी गये थे. इसबार मामला कुछ अलग ही है. रिमांड अवधि में आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है