मां तारा को चढ़ाया गया भोग, भक्तों की भीड़ उमड़ी
प्रतिनिधि, बीरभूमजिले के प्रसिद्ध तारापीठ मंदिर में शुक्रवार से कौशिकी अमावस्या को लेकर विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो गयी. मां तारा को मंदिर कमेटी की ओर से भोग में पुलाव, पांच तरह की सब्जियां, पांच तरह का भाजा, बलि का मांस, भुनी हुई शोल मछली, मछली का सिर, पांच तरह के मिष्ठान और खीर चढ़ाई गयी. मंदिर के परिचारक देवी को भोजन कराते हैं.
भाजपा का शिविर, सेवा कार्य
रामपुरहाट रेलवे स्टेशन पर भाजपा की ओर से विशेष शिविर लगाया गया है. यहां से आने वाले भक्तों को मदद दी जा रही है. जिला भाजपा अध्यक्ष ध्रुव साहा समेत अन्य नेताओं ने सुबह से ही श्रद्धालुओं को चाय, दवा और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायीं. पुलिस की सख्त सुरक्षा व्यवस्थाभक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर और आसपास पुलिस की कड़ी व्यवस्था की गयी है. मुख्य सड़क पर निजी वाहनों को रोककर दो से तीन किलोमीटर दूर पार्किंग में खड़ा कराया जा रहा है. मंदिर जाने वाले रास्तों पर ट्रैफिक रोक दिया गया है और जगह-जगह पुलिस तैनात है. किसी भी असुविधा से बचाने के लिए मंदिर के पास सहायता केंद्र खोला गया है.लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना
मंदिर कमेटी और प्रशासन के अनुसार, इस बार कौशिकी अमावस्या पर पांच से छह लाख भक्तों के तारापीठ आने की संभावना है. भीड़ को संभालने और अप्रिय घटनाओं से बचाव के लिए पूरे इलाके में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गयी है.श्रद्धालुओं में दिखा उत्साह
कौशिकी अमावस्या के अवसर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में बढ़ने लगी. मंदिर कमेटी के अध्यक्ष तारामय मुखोपाध्याय ने बताया कि अमावस्या तिथि शुरू होते ही प्रतिमा को भोजन कराने की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाती है. पूरे परिसर को फूलों और रोशनी से सजाया गया है. इस दौरान मंदिर परिसर में भक्तों की लंबी कतार लगी रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

