पुरुलिया.
पुरुलिया शहर के वार्ड नंबर 10 के बूथ संख्या 182 में रविवार को एक असामान्य स्थिति देखने को मिली. यहां महिला बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) देबयानी दाशगुप्ता की जगह उनके पति अर्णब मल्लिक घर-घर जाकर एसआईआर के लिए मतदाता फॉर्म बांटते दिखाई पड़े.पति ने स्वीकार की ड्यूटी करने की बात
अर्णब मल्लिक ने बताया कि उनकी पत्नी के प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने कार्य प्रक्रिया को समझा था और घरेलू कठिन परिस्थितियों के चलते मदद के तौर पर यह जिम्मेदारी निभा रहे थे. उनका कहना है कि यह कदम उन्होंने मजबूरी में उठाया.बीएलओ ने बतायी पारिवारिक मजबूरी
इधर घटना की जानकारी मिलते ही बीएलओ देबयानी दाशगुप्ता स्थल पर पहुंचीं. उन्होंने बताया कि उनकी सास बीमार हैं और छोटा बच्चा भी अस्वस्थ है. ऐसे में बीएलओ की ड्यूटी निभाना उनके लिए बेहद मुश्किल हो रहा था. उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को पहले ही सूचित कर दिया था.स्थानीय लोगों ने उठाये सवाल
स्थानीय मतदाता दोलन बाउरी ने कहा कि सरकारी ड्यूटी यदि कोई दूसरा व्यक्ति कर रहा है तो यह नियमों के खिलाफ है. प्रशासन को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए. प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की जानकारी जुटाई जा रही है और स्थिति स्पष्ट होने पर आवश्यक कदम उठाये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

