पांडवेश्वर.
इसीएल के पांडवेश्वर क्षेत्र अंतर्गत मधाईपुर ओपन कास्ट प्रोजेक्ट (ओसीपी) में जमीन के बदले मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर मंगलवार को भूस्वामियों ने कोयला परिवहन ठप कर विरोध प्रदर्शन किया. आंदोलन सुबह आठ बजे शुरू होकर दोपहर दो बजे तक चला. बाद में ओसीपी प्रबंधन द्वारा शीघ्र समाधान के आश्वासन पर आंदोलन समाप्त हुआ. जानकारी के अनुसार, वर्ष 2016 में इसीएल ने मधाईपुर ओपन कास्ट खदान के लिए प्लॉट संख्या 327 की 88 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था. लेकिन वर्तमान में कंपनी द्वारा कुल 114 एकड़ जमीन पर काम किया जा रहा है. आरोप है कि शेष जमीन का अधिग्रहण किये बिना ही कंपनी उसका उपयोग कर रही है.म्यूटेशन की प्रक्रिया अधूरी नौकरी से वंचित हैं भूस्वामी
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कई ऐसे भूस्वामी हैं, जिनकी जमीन का अधिग्रहण तो हो चुका है, लेकिन उन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिला है. वहीं कुछ जमीन का उपयोग कंपनी कर रही है, पर अभी तक उसका म्यूटेशन नहीं हुआ है. म्यूटेशन की प्रक्रिया अधूरी रहने के कारण भूस्वामियों को नौकरी नहीं मिल पा रही है.मधाईपुर कोलियरी के केकेएसी संगठन के नेता गौतम घोष ने कहा कि प्रदर्शनकारियों की मांगें पूरी तरह जायज हैं. हम उनके साथ हैं और अधिकारियों से अपील करते हैं कि मुआवजा भुगतान, म्यूटेशन और नियोजन की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाये.
मधाईपुर ओसीपी के अभिकर्ता इस्ताक हुसैन ने कहा कि जिनकी जमीन अधिग्रहित की गयी है, उनकी नियुक्ति की जा चुकी है. कुछ जमीनों के कागजातों और दस्तावेजों में त्रुटियों के कारण मुआवजा और नियुक्ति में देरी हो रही है. उन्होंने आश्वस्त किया कि वह उच्चाधिकारियों से बातचीत कर जल्द समाधान का प्रयास करेंगे, ताकि प्रक्रिया पूरी हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है