डिजिटल अरेस्ट के पुराने फॉर्मूले का ही अपराधियों ने किया इस्तेमाल, अवैध लेनदेन का दिखाया डर
आसनसोल. इसीएल केंदा एरिया के एक वरिष्ठ अधिकारी को साइबर अपराधियों ने सात दिनों तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर 25 लाख रुपये लूट लिये. अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट के पुराने फॉर्मूले का ही इस कांड में भी इस्तेमाल किया, जिसमें अधिकारी फंस गये और डर से अपनी सारी जमा पूंजी (25 लाख रुपये) अपराधियों के दिये हुए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी. जिसे लेकर अधिकारी ने आसनसोल साइबर क्राइम थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी.
इसीएल के अधिकारी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके मोबाइल फोन पर एक अंजान नंबर, 8981718981 से व्हाट्सऐप कॉल आया. कॉल करनेवाले ने खुद को बेंगलुरू पुलिस का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके आधार और सिमकार्ड का गलत उपयोग करके 47,54,730 रुपये का अवैध लेनदेन हुआ है. इसके बाद दूसरे एक नंबर 6306715653 से कॉल आया. कॉल करनेवाले ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताया और मनीलांड्रिंग का आरोप लगाया. उसने सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर, इनकम टैक्स के फर्जी कागजात दिखाकर इस कदर डराया कि वह उसके झांसे में आ गये. सात दिनों तक चौबीसों घंटे निगरानी में उन्हें रखा और पैसे के बारे में जानकारी लेते रहे. डर और मानसिक तनाव में आकर उन्होंने अपराधियों की बातें मान ली और उनके बताये खाते में अपनी सारी जमा पूंजी ट्रांसफर कर दी.
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