पानागढ़.
पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा ग्राम पंचायत के पानागढ़ बाजार मित्र संघ क्लब मैदान में बुधवार को पहली बार पुस्तक मेला और साहित्य उत्सव 2025 की शुरुआत हुई. राज्य के पंचायत मंत्री प्रदीप मजूमदार ने दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का उद्घाटन किया. इस मौके पर आयोजक समिति के चेयरमैन डॉ अशोक गोस्वामी, कांकसा बीडीओ सौरभ गुप्ता, एसबीएसटीसी के चेयरमैन सुभाष मंडल, कांकसा पंचायत समिति सभापति भवानी प्रसाद भट्टाचार्य, कांकसा आईसी प्रसून खां, कांकसा ट्रैफिक गार्ड ओसी अनूप कुमार हाटी, पंचायत समिति सदस्य और ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष नव कुमार सामंत समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.डिजिटल युग में पुस्तकों की प्रासंगिकता पर मंत्री का जोर
उद्घाटन कार्यक्रम में मंत्री प्रदीप मजूमदार ने कहा कि आज डिजिटल युग में बच्चे पुस्तकों से दूर होते जा रहे हैं और मोबाइल पर निर्भर हो रहे हैं. जबकि पुस्तकों से मानसिक विकास होता है और ज्ञान का विस्तार होता है. उन्होंने कहा कि यह पुस्तक मेला पुस्तक प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण पहल है और इसके लिए आयोजकों की सराहना की.पुस्तक मेला और उपलब्ध स्टॉल
आयोजक डॉ अशोक गोस्वामी ने बताया कि पानागढ़ में पहली बार पुस्तक मेले का आयोजन किया गया है, जिसमें करीब 50 पुस्तक स्टॉल लगाये गये हैं मेले में बांग्ला, हिंदी और अन्य भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध हैं. पुस्तक मेला के संपादक और संयोजक दीपांजन दास ने कहा कि राज्य के भीतर और बाहर से, यहां तक कि दिल्ली से भी कई प्रकाशक अपने स्टॉल लेकर आये हैं. मेले में बंगला, हिंदी और अंग्रेजी पुस्तकों का अच्छा संग्रह उपलब्ध है.मेले का समय और कार्यक्रम
पुस्तक मेला 9 नवंबर तक चलेगा. प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक पुस्तक मेला खुला रहेगा. इसी अवधि में प्रतिदिन साहित्य उत्सव का भी आयोजन किया जायेगा. मौके पर कोर कमेटी के सदस्य ऋषभ दास, अभिषेक तिवारी, सुशील शर्मा, सत्यव्रत और अरुण कुमार शर्मा समेत अन्य स्वयंसेवक सक्रिय रूप से मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

