आसनसोल.
शिल्पांचल की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था ”आस्था” ने एनएस रोड स्थित अपने कार्यालय में पारंपरिक होली स्नेह मिलन का आयोजन किया. संस्थापक घासी बाबू को गुलाल अर्पित करने के बाद उपस्थित सदस्यों ने एक-दूसरे को रंग लगाकर आनंद साझा किया. कार्यक्रम की शुरुआत गीतकार आनंद के वसंत-गीत से हुई. डॉ कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने अपने संक्षिप्त संबोधन में होली की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. कवयित्री सुजाता सिंह रूपल के जोगीरा सररर, शीला बर्नवाल, राखी शर्मा और मृदुला प्रसाद के होली गीतों ने समां बांध दिया. अशोक आशीष ने अपनी अनोखी प्रस्तुति से माहौल को रंगीन बना दिया. अवधेश कुमार अवधेश, दिनेश गुप्ता गर्ग, निरंजन महतो और कथाकार महावीर राजी ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया. पूर्व कुलपति डॉ दामोदर मिश्र ने होली के पौराणिक और सामाजिक पहलुओं पर विचार रखे. पूर्व अध्यक्ष मनोहर लाल पटेल, सुरेश कुमार ओझा, अनिल कुमार सिंह, संतोष कुमार बर्नवाल, प्रदीप साहू, बैजनाथ बर्नवाल और डॉ अरुण पांडेय ने भी अपने सारगर्भित विचार साझा किये. संस्था के अध्यक्ष नरेश अग्रवाल भाव-विभोर होकर कार्यक्रम का आनंद लेते रहे और संरक्षक अशोक अग्रवाल की दरियादिली व पितृ-निष्ठा की सराहना की. आरपीएफ इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह, स्वर-कोकिला आकांक्षा की माता और गीतकार आनंद की पत्नी अंजना बारी भी श्रोताओं में शामिल रहीं. अंत में, संरक्षक अशोक अग्रवाल ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम का संचालन संयोजक नवीन चंद्र सिंह ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है