हंसराज सिंह, पुरुलिया.
राज्यभर में जहां कई बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) एसआइआर प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त समय मांग रहे हैं और दबाव के कारण बीमार पड़ रहे हैं, वहीं रघुनाथपुर ब्लॉक-एक के रांगामाटी गांव के विशेष रूप से सक्षम (दिव्यांग) बीएलओ बुद्घेश्वर मनी ने मात्र 14 दिनों में अपने बूथ का पूरा एसआइआर कार्य पूरा कर एक नई मिसाल कायम की है. बुद्घेश्वर मनी रघुनाथपुर डुमुरियाकुड़ी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं और रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र के 246/225 नंबर बूथ की जिम्मेदारी संभालते हैं. उनके बूथ में कुल 797 मतदाता हैं. निर्धारित समय से पहले उन्होंने एन्यूमरेशन फॉर्म का वितरण, सत्यापन और डिजिटल एंट्री का पूरा काम समाप्त कर लिया.दिव्यांगता
के बावजूद अदम्य जज्बा
परिवार के अनुसार, चार वर्ष की उम्र में पोलियो के कारण उनका बायां पैर पूरी तरह कार्य नहीं करता. इसके बावजूद उन्होंने शारीरिक चुनौतियों को कार्य में आड़े नहीं आने दिया. मोबाइल सेवा कमजोर होने के कारण उन्हें ठंड में छत पर बैठकर फॉर्म अपलोड करने पड़े, फिर भी उन्होंने कार्य में कोई देरी नहीं होने दी. परिवार और स्थानीय लोगों के सहयोग से उन्होंने एन्यूमरेशन फॉर्म वितरण से लेकर संग्रहण और अपलोडिंग तक का पूरा काम 14 दिनों में निपटा दिया. बुद्घेश्वर का कहना है कि यदि निष्ठा और इच्छा हो, तो कोई भी कार्य असंभव नहीं.प्रशासन की सराहना
उनकी उपलब्धि पर रघुनाथपुर के एसडीओ विवेक पंकज सहित विभिन्न अधिकारियों ने उन्हें सम्मानित किया है. एसडीओ ने कहा कि दिव्यांगता के बावजूद बुद्घेश्वर मनी ने रिकॉर्ड समय में कार्य पूरा कर अन्य बीएलओ के लिए आदर्श प्रस्तुत किया है. उन्होंने सभी बीएलओ से आग्रह किया कि राष्ट्रहित में एसआइआर प्रक्रिया समय पर पूरा किया जाये. बुद्घेश्वर मनी की यह सफलता अब न केवल रघुनाथपुर, बल्कि पूरे जिले के अन्य बीएलओ के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

