35 हजार करोड़ रुपये की लागत से सेल आइएसपी बर्नपुर का होगा आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण, 60 फीसदी कार्य का हुआ है टेंडर
प्रतिनिधि, आसनसोलसेल आइएसपी बर्नपुर में 35 हजार करोड़ रुपये की लागत से आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण का कार्य शुरु होते ही ठेकेदारी को लेकर सिंडिकेट का खेल शुरू होने का आरोप लग रहा है. सिंडिकेट की धमकी और उत्पीड़न के खिलाफ 5.56 करोड़ रुपये का ठेका पानेवाली अभियान डीलकॉम प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि रिभू बोस ने पुलिस आयुक्त से मदद की गुहार लगाते हुए उचित कार्रवाई की अपील की है. पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच का दायित्व हीरापुर थाना प्रभारी को दिया. जांच के सिलसिले में पुलिस ने श्री बोस को थाने बुलाकर पूरे मामले की जानकारी ली. श्री बोस ने बताया कि उनके पास सिंडिकेट के सदस्यों का धमकी भरा फोन कॉल है, पाइलिंग मशीन लेकर आयी गाड़ी के चालक को बुरी तरह पिटाई करने और उसका मोबाइल फोन छीनने की शिकायत भी की गयी है. पुलिस अबतक कोई कार्रवाई नहीं है. पुलिस के अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.गौरतलब है कि सेल आइएसपी बर्नपुर के आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण के लिए केंद्र सरकार ने 35 हजार करोड़ रुपये आवंटित किया है. इसका कार्य वर्ष 2029 तक पूरा होना है. सूत्रों के इस आधुनिकीकरण कार्य के लिए करीब 60 फीसदी कार्य का टेंडर हो चुका है और बाकी 40 फीसदी के कार्य का टेंडर दिसंबर माह तक हो जायेगा. प्लांट का ढांचा खड़ा करने के लिए दो लाख पाइलिंग (नींव की एक प्रक्रिया) के कार्य का टेंडर हुआ है. एक पाइलिंग कार्य का रेट 2.30 लाख रुपये है. कुल 4600 करोड़ रुपये का ठेका अनेकों बड़ी-बड़ी कंपनियों को मिला है. यह कम्पनियां अब सब कांटेक्ट के जरिये अन्य संस्थाओं को कार्य दे रही है. इसी कार्य को लेकर सिंडिकेट अपना वर्चस्व कायम करने में जुटा है. जिसे लेकर ठेका पानेवाली कंपनियों को डराया धमकाया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

