लोगों ने कहा, वार्ड में नहीं जाते हैं पार्षद, वार्ड में कूड़ेदान व पक्की नालियों का अभाव, वैवाहिक कार्यक्रम या विशेष अनुष्ठानों पर ही की जाती है सफाई
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कुंभकरण की नींद सो रहा है प्रशासन
लोगों ने कहा, वार्ड में नहीं जाते हैं पार्षद, वार्ड में कूड़ेदान व पक्की नालियों का अभाव, वैवाहिक कार्यक्रम या विशेष अनुष्ठानों पर ही की जाती है सफाई एमआईसी का दावा-नियमित होती है सफाई आसनसोल : नगर निगम के वार्ड संख्या 31 अंतर्गत आकुरियापाड़ा निवासी राजेंद्र सिंह की डेंगू से हुई मौत के बाद इलाकावासियों […]
एमआईसी का दावा-नियमित होती है सफाई
आसनसोल : नगर निगम के वार्ड संख्या 31 अंतर्गत आकुरियापाड़ा निवासी राजेंद्र सिंह की डेंगू से हुई मौत के बाद इलाकावासियों में प्रशासन के खिलाफ भारी नाराजगी देखी गयी. लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा इलाके में सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की जाती है. इलाके में कूड़ेदान तक कि व्यवस्था नहीं है. हर तरफ गंदगी की भरमार है.
पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से इलाके में कई स्थानों पर जल-जमाव होता रहता है. इलाके में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से गंदा पानी जगह-जगह जमा है. कुछ लोग अपने घरों के शौचालय का पाइप लाइन नालियों से जोड़ दिये जाने से घरों का मलमूत्र नालियों में बहता रहता है. मेयर परिषद सदस्य ( सफाई ) लखन ठाकुर ने कहा कि सभी वार्ड में नियमित रूप से सफाई की जाती है. जबकि जमीनी हकीकत बिल्कुल इससे परे है.
क्या थी घटना
वार्ड संख्या 31 के आकुरियापाड़ा निवासी राजेंद्र सिंह (54) को तेज बुखार होने पर 26 नवंबर को आसनसोल के इएसआई अस्पताल में दाखिल कराया गया था. स्थिति में सुधार न होता देख उन्हें एचएलजी अस्पताल फिर दुर्गापुर के आईक्यू सिटी में दाखिल किया गया. जहां रविवार की रात उनकी मौत हो गयी. अस्पताल प्रबंधन ने मौत का कारण डेंगू बताया. जिसके बाद से इलाके में हलचल मच गयी. सोमवार की दोपहर परिजनों ने कल्ला श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया.
डेंगू से मौत के बाद भी इलाके में नहीं पहुंची प्रशासन की टीम. आकुरियापाड़ा में डेंगू से हुई मौत की घटना के बाद भी पिछले दो दिनों से इलाके में नगर निगम प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची. जबकि इस तरह की घटना के बाद उस इलाके में पीड़ित परिवार के घर के तीन सौ मीटर के दायरे में कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है. इलाके के लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है. पूरे इलाके की सफाई की जाती है. इस मामले में ऐसी कोई भी हरकत इलाके में नहीं देखी गयी. जिससे लोगों में नाराजगी चरम पर है.
नागरिकों का बयान
वार्ड 31 के तृणमूल अध्यक्ष काजल रॉय ने इलाके में गंदगी की भरमार और वार्ड पार्षद स्तर से सफाई कार्यों का मुआयना और सहयोग न करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वार्ड में सफाई कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं. वार्ड में ब्लिचिंग पावडर, कीटनाशकों का छिड़काव नहीं किया जाता है. वार्ड में भारी गंदगी से किसी बडे संक्रमण की आशंका जतायी.
आकुडियापाड़ा निवासी व मृतक श्री सिंह के पड़ोसी चंदन साव ने मोहल्ले में सोमवार एवं शुक्रवार मात्र दो दिनों तक सफाई कार्य किये जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अन्य वार्ड में प्रतिदिन सफाई की जाती है. उन्होंने कहा कि इलाके में एक भी कूड़ेदान नहीं होने से लोग घरों का कूड़ा निकट ही फेंकने को विवश हैं.
चंदन दास ने कहा कि इलाके में न तो सफाई होती है. न ही पार्षद दिलीप माली मुआयना करने आते हैं. उन्होंने सफाई कर्मियों पर सफाई में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.
कुंदन कुमार ने कहा कि इलाके में नाली न होने से घरों से निकलने वाला पानी घर के बाहर फैल जाता है. कुछ नालियां हैं. पर वो वर्षों पुरानी हैँ. पार्षद ने इलाके में नाली निर्माण नहीं करवाया.
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