कोलकाता: ब्रिगेड रैली के दौरान तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के ‘दिल्ली चलो’ के नारे पर कटाक्ष करते हुए प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि उन्हें पहले मुख्यमंत्री के रूप में अपने दायित्व का पालन करना चाहिए, उसके बाद ही उन्हें प्रधानमंत्री का सपना देखना चाहिए. केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री दीपा दासमुंशी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह हमेशा ही प्रधानमंत्री बनने का सपना देखती रहती हैं.
कोई भी ऐसा सपना देख सकता है. लेकिन प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने से पहले उन्हें बतौर मुख्यमंत्री अपना दायित्व पूरा करना सीखना चाहिए. शुक्रवार को दुष्कर्म, चिट फंड समेत कई अन्य मुद्दों एवं रायगंज में एम्स की मांग पर प्रदेश कांग्रेस की ओर से महानगर स्थित गांधी मूर्ति के निकट अनशन व धरना प्रदर्शन किया गया. इस दौरान दीपा दासमुंशी समेत प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य, शकील अहमद खान, सोमेन मित्र, प्रदेश सचिव ओम प्रकाश जायसवाल समेत अन्य नेता व कार्यकर्ता गण मौजूद रहे. केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी ने आरोप लगाया कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर संशय बनी हुई है.
पार्क स्ट्रीट दुष्कर्म कांड के बाद कामदुनी, मध्यमग्राम व वीरभूम में दुष्कर्म की घटना के बाद भी नारियों की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. इन घटनाओं के बावजूद ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद से क्यों इस्तीफा नहीं दे रही हैं? महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म और उत्पीड़न रोजमर्रा की चीजें बन गयी हैं.
ब्रिगेड रैली में कथित तौर पर राजशाही खत्म करने संबंधी ममता के बयान पर कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा कि उनका इतिहास का ज्ञान बहुत कमजोर है, क्योंकि राजशाही तो 1947 में ब्रिटिश शासन के खात्मे के साथ ही समाप्त हो गयी. उन्होंने कहा कि सुश्री बनर्जी किस राजशाही की बातें कह रही हैं? भारत में लोकतांत्रिक शासन है. यदि इस लोकतांत्रिक शासन में कोई राजशाही और तानाशाही लाने का प्रयास कर रही है तो वह ममता बनर्जी की सरकार है.