– नदिया जिले के कृष्णानगर से बांग्लादेशी की हुई गिरफ्तारी
– भारत में रह कर फरजी दस्तावेज के जरिये बनवाता था पासपोर्ट
– बांग्लादेश के एक शख्स को पासपोर्ट देने जा रहा था
– भारतीय रुपये व बांग्लादेशी टाका के साथ दो सिमकार्ड व एक मोबाइल जब्त
– 32 भारतीय पासपोर्ट के साथ एक को दबोचा
कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने नदिया जिले के कृष्णानगर में कुमारी गांव के पास से बांग्लादेश सीमा पार करने की कोशिश के दौरान मानिक विश्वास (18) नाम के एक युवक को गिरफ्तार कर उसके पास से 32 भारतीय पासपोर्ट बरामद किये. मानिक कुमारी गांव में शंकर विश्वास के नाम से रह रहा था.
बताया जा रहा है कि सभी पासपोर्ट नदिया जिले में रहने वाले लोगों के हैं, लेकिन पासपोर्ट में छपा फोटो दूसरे लोगों का है. सभी पासपोर्ट मध्य कोलकाता के रीजनल पासपोर्ट दफ्तर से जारी किये गये हैं. आरोपी से पूछताछ में जानकारी मिली है कि इन पासपोर्ट के सहारे बांग्लादेशी नागरिकों को भारत भेजा जाता था.
कैसे हुई गिरफ्तारी
बीएसएफ के डीआइजी आरसी गौड़ ने बताया कि शनिवार शाम चार बजे के करीब सीमा पर एक संदिग्ध युवक को घूमते देख 173 नंबर बटालियन के कमांडेंट अनिल शर्मा ने उसे पकड़ा और उसकी तलाशी ली.
जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. उसके पास से जब्त भारी मात्र में पासपोर्ट के संबंध में प्राथमिक पूछताछ में उसने बताया कि वह बांग्लादेश के फरीदपुर जिले के बयाल के टंगराइल का रहने वाला है. हाल ही में भारतीय कागजात बनाकर वह नदिया जिले के कृष्णनगर के कुमारी गांव में रहने लगा था.
नदिया जिले में रहने वाले लोगों के नाम पर नकली कागजात तैयार कर इन्हीं लोगों के नाम पर पासपोर्ट बनाकर वह बांग्लादेश से लोगों को भारतीय सीमा पार कराता था. उसने बताया कि शनिवार शाम वह इन पासपोर्ट को बांग्लादेश पहुंचाने के लिए चोरी छिपे सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था.
जिसे वहां के एजेंट को देने के बाद वह वापस भारतीय सीमा में आ जाता. ऐसे पासपोर्ट के जरिये बांग्लादेश के लोग वैध तरीके से भारत में प्रवेश करते. आरोपी को कृष्ण नगर के हंसखाली थाने के हवाले कर दिया गया है.