कोलकाता: नयी दिल्ली में युवती से सामूहिक दुष्कर्म की घटना हो या कामदुनी कांड, पूरे देश में युवतियों व महिलाओं के प्रति होने वाले आपराधिक मामलों में वृद्धि हो रही है. महिलाओं की सुरक्षा पर संशय की स्थिति बनी हुई है लेकिन ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. यह बात आला वामपंथी नेता वृंदा करात ने शुक्रवार को कही. वे महानगर के हाजरा मोड़ में पश्चिम बंग गणतांत्रिक महिला समिति के 25 वें जिला सम्मेलन के उपलक्ष्य में आयोजित सभा को संबोधित कर रही थीं.
कामदुनी कांड की हो सीबीआइ जांच
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कामदुनी कांड में होने वाली सुनवाई में देरी होने की जमकर आलोचना की. श्रीमती करात ने कहा कि नयी दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म व हत्या कांड का फैसला जब करीब नौ महीने में हो सकता है तो कामदुनी कांड की सुनवाई में क्यों देरी हो रही है? संभव हो सकता है कि मामले की जांच तृणमूल सरकार द्वारा प्रभावित की जा रही हो. आखिर तृणमूल सरकार इस मामले की जांच सीबीआइ से कराये जाने से कतरा क्यों रही है? उन्होंने कामदुनी कांड के प्रमुख गवाह की मौत के लिए भी प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. साथ ही मामले की जांच सीबीआइ से कराये जाने की मांग की.
राज्य में अपराधियों को मिल रहा बढ़ावा
श्रीमती करात ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कई सभाओं में उनके दिये बयान से अपराधियों को बढ़ावा मिल रहा है. उन्होंने कहा कि महानगर के पार्क स्ट्रीट दुष्कर्म मामला व अन्य कई ऐसे मामले हैं जब कथित तौर पर मुख्यमंत्री ने इसे झूठा करार दिया था. उन्होंने अपराधियों को मिलने वाले राजनीतिक सह का विरोध किया.