कोलकाता. बर्दवान धमाके की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को सौंपे जाने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर जबरदस्त हमला बोलते हुए शुक्रवार को राज्य के मामलों में दखलंदाजी का आरोप लगाया. अपने फेसबुक पेज पर बनर्जी ने लिखा है कि जब से नयी सरकार केंद्र में आयी है, राज्य के मामलों में केंद्र सरकार के हस्तक्षेप का चलन बढ़ता जा रहा है. संघीय ढांचे के तहत केंद्र व राज्य के अधिकार हैं. केंद्र सरकार की भूमिका मुख्य नीतिगत फैसले लेने की होती है. यह अपेक्षा की जाती है कि केंद्र व राज्य एक दूसरे की गतिविधि में हस्तक्षेप नहीं करेंगे. अब केंद्र सरकार लगातार व गैरजरूरी तरीके से राज्य के मामले में हस्तक्षेप कर रही है जो संविधान के मुताबिक अपेक्षित नहीं है. यहां तक कि दूरदर्शन व निजी चैनलों पर भी विवादित मुद्दे दिखाये जा रहे हैं जिससे विभिन्न राज्यों में सांप्रदायिक तनाव फैल रहा है. यह केंद्र सरकार के सक्रिय सहयोग से हो रहा है जो एक राजनीतिक दल की तरह बर्ताव कर रहा है. ऐसा चलन पहले कभी देखने को नहीं मिला. यह अलोकतांत्रिक व अनैतिक है.यह संवैधानिक नीतियों के उल्लंघन का खतरनाक संकेत है जो देश के संघीय ढांचे और लोकतंत्र को खतरे में डाल रहा है.
एनआइए ने दर्ज किया मामला, आरोपियों से पूछताछ
नयी दिल्ली/कोलकाता. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने बर्दवान में हुए बम विस्फोट की जांच के लिए शुक्रवार को मामला दर्ज किया है. देश के खिलाफ युद्ध छेड़ना, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और अवैध गतिविधियां (निरोधक) अधिनियम 1967 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. केंद्र ने एनआइए अधिनियम के विशेष प्रावधानों के तहत पश्चिम बंगाल सरकार की सहमति के बिना इस मामले की जांच का जिम्मा एनआइए को सौंप दिया. इधर, कोलकाता में एनआइए की टीम ने सीआइडी मुख्यालय भवानीभवन का दौरा किया और अब तक इस मामले की जांच करनेवाले जांचकर्ताओं से बात की. वे बर्दवान में विस्फोट स्थल का दौरा करेंगे. इस बीच, राज्य सरकार की ओर से गठित कंपोजिट टास्क फोर्स ने शुक्रवार को एक और संदिग्ध आतंकी का स्केच जारी किया.
बर्दवान धमाके में गिरफ्तार दो महिलाओं से पूछताछ में शेख कौसर के साथ हबीबुर रहमान का नाम सामने आया है. कौसर को पकड़ने के लिए पहले ही उसका स्केच जारी किया जा चुका है. सीआइडी सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को हबीबुर रहमान का स्केच स्थानीय थाने के अलावा सीमावर्ती इलाकों में बीएसएफ कैंप में भेज दिया गया है. ताकि सीमा पर ड्यूटी कर रहे जवान इस तरह के संदिग्ध व्यक्ति को देखते ही उसे दबोचने में कामयाब हो सकें.
जब्त सुबूतों को कब्जे में लेने की एनआइए की तैयारी
शुक्रवार को एनआइए की पांच सदस्यीय टीम सीआइडी मुख्यालय पहुंची. एसपी विक्रम खलोटे के नेतृत्व में टीम वरिष्ठ सीआइडी अधिकारियों से मिली. सुबह 11.30 बजे से 2.15 बजे तक एनआइए के अधिकारियों ने सीआइडी अफसरों से बर्दवान कांड की एफआइआर कॉपी, केश डायरी व इस मामले से संबंधित अन्य जानकारियों पर विचार-विमर्श किया. इसके बाद एनआइए टीम बैंकशाल कोर्ट जाकर सभी सबूतों व गिरफ्तार आरोपियों को अपने कब्जे में लेने का आवेदन किया. इसके बाद वहां से वे अदालत के निर्देश की कॉपी लेकर फिर भवानी भवन पहुंचे. यहां दोबारा सीआइडी अधिकारियों से मिलने के बाद विक्रम खलोटे ने कहा कि अदालत ने सभी आरोपियों को उनकी हिरासत में देने का निर्देश दे दिया है. साथ ही आरोपियों को 13 अक्तूबर को अदालत में पेश करने का निर्देश दिया गया है. इस निर्देश की प्रति सीआइडी अधिकारियों को सौंपने वह सीआइडी मुख्यालय आये थे. अदालत से इजाजत मिलने के बाद सभी सुबूत व आरोपियों को अपने कब्जे में लेकर अब वे आगे की जांच को गति देंगे.
महिला आरोपियों से पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक, अदालत से इजाजत मिलने के बाद एनआइ अधिकारियों ने गिरफ्तार दो महिलाओं गुलशाना बीबी उर्फ रजिया उर्फ रूमी (24) व अमीना बीबी उर्फ अलीमा (22) से सीआइडी मुख्यालय में एक घंटे तक पूछताछ की.
असम के बारपेटा से छह गिरफ्तार
बर्दवान विस्फोट में असम के बारपेटा से छह लोगों को खुफिया पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इनका संबंध बर्दवान धमाके से जुड़े संदिग्ध आतंकियों से था. ये कई बार बर्दवान व मुर्शिदाबाद आवाजाही कर चुके हैं. विस्फोट में मारे गये शकील अहमद के साथ इन सभी के गहरे संबंध थे. कई महत्वपूर्ण कागजात भी बरामद हुए हैं. असम के एक युवक ने सिमुलिया में प्रशिक्षण लिया था. उसका नाम अब्दुला है.
आतंकियों को सिम कार्ड बेचने के आरोप में दो पकड़े गये
दूसरी ओर, आतंकियों को सिम कार्ड बेचने के आरोप में शुक्रवार की सुबह पुलिस ने बर्दवान के केतुग्राम से मइनुल इसलाम व अशोक मुखोपाध्याय को गिरफ्तार किया. उनसे 14 बेनामी सिम कार्ड बरामद किये गये हैं. इसके साथ ही पुलिस ने हबीबुर रहमान नाम के एक संदिग्ध आतंकी का स्केच जारी किया है. खुफिया अधिकारियों का कहना है कि बाबरबाग स्थित घर में संदिग्ध आतंकी कौसर के साथ हबीबुर नाम का उसका संबंधी रहता था, लेकिन उसके संबंध में विशेष जानकारी नहीं मिल पा रही है. वह लापता है. कौसर के घर के मालिक से पूछताछ के बाद खुफिया विभाग ने स्केच जारी किया है.
कोलकाता में भी तलाशी शुरू
बर्दवान विस्फोट कांड में खुफिया अधिकारियों ने कोलकाता में भी तलाशी शुरू कर दी. जांच अधिकारियों के मुताबिक महानगर के कुल छह ठिकानों से इन आतंकियों को विस्फोटक बनाने के लिए कच्च माल सप्लाई किया जाता था. इन छह ठिकानों में से बड़ाबाजार इलाके के जकरिया स्ट्रीट के चार ठिकाने व सेंट्रल ऐवेन्यू के दो ठिकानों को खुफिया अधिकारियों ने चिह्नित किया है. इन दुकानों से ही आतंकी रसायन खरीद कर विस्फोटक बनाने का काम करते थे. बताया जा रहा है कि जल्द ही इनके मालिकों से पूछताछ होगी.
जिला पुलिस ने घटना स्थल से एकत्र किया नमूना
विस्फोट स्थल पर शुक्रवार सवेरे जिला पुलिस पहुंची तथा घटना स्थल से नमूना संग्रहित किया. जिला पुलिस के इस तत्परता पर सवाल खड़े हो गये है. जानकारों का आरोप है कि शुक्रवार से ही एनआइए ने इस जांच को अपने हाथ में लिया है. उसके बाद जिला पुलिस की ओर से साक्ष्य संग्रह कैसे किया जा रहा है. क्या जिला पुलिस के इस अभियान की जानकारी एनआइए के अधिकारियों को पहले से दी गयी थी. बर्दमान कांड की जांच को लेकर जिला पुलिस पर इसके पहले भी सबूतों को छेड़छाड़ करने व इन्हें मिटाने के गंभीर आरोप लग चुके है. इस सिलसिले में शुक्रवार को जिला पुलिस की हरकत एक बड़ा विवाद जन्म दे रही है.
बांग्लादेश से सूचना साझा करने का अनुरोध
नयी दिल्ली में विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने बताया कि बांग्लादेश ने भारत से अनुरोध किया है कि उसे इस मामले के बारे में सूचना मुहैया करायी जाये. उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां सूचना इकट्ठा कर रही हैं और इसके ब्यौरे को ढाका के साथ साझा किया जायेगा. केंद्रीय गृह मंत्रालय को केंद्रीय एजेंसियों एवं राज्य सरकार से रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें दो अक्तूबर को हुए विस्फोट में दो संदिग्ध आतंकवादी शकील अहमद और सोवन मंडल मारे गये थे और एक अन्य व्यक्ति हसन साहेब जख्मी हो गया था. मामले में अब तक असम के बारपेटा में हुई गिरफ्तारी को लेकर 12 लोग पकड़े जा चुके हैं.
एनआइए जांच से तथ्य सामने आयेगा: राज्यपाल
कोलकाता. राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने शुक्रवार को कहा कि बर्दवान विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) से कराने से तथ्य सामने आयेंगे. राज्यपाल ने यहां संवाददाताओं से कहा : एनआइए बर्दवान में हुए विस्फोट की जांच कर रही है और मेरा मानना है कि असल तथ्य जांच के बाद सामने आयेंगे. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल बांग्लादेश से लगता राज्य है और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए विशेष सतर्कता बरते जाने तथा कदम उठाये जाने की आवश्यकता है. गौरतलब है कि केंद्र ने गुरुवार को बर्दवान धमाके की जांच एनआइए को सौंप दी थी.
बर्दवान विस्फोट में आतंकी समूहों की भूमिका सामने आयी है. उधर, तृणमूल कांग्रेस सरकार ने कहा कि फैसला स्वत: संज्ञान से किया गया है. इसने कहा था कि उसे मामले की चल रही सीआइडी जांच पर भरोसा है.
वर्ष 2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद एनआइए के गठन के पश्चात शायद यह पहली बार है जब केंद्र ने देश के किसी हिस्से में हुए बम विस्फोट की जांच एनआइए को सौंपने के लिए स्वत: संज्ञान पर निर्णय किया है. गौरतलब है कि बर्दवान के खगड़ागढ में दो अक्तूबर को एक मकान में हुए विस्फोट में दो संदिग्ध आतंकियों की मौत हो गयी थी. मामले में अब तक दो महिलाओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

