आसनसोल : गुरुवार को आसनसोल आरपीएफ के इस्ट पोस्ट के जवानों ने काली पहाड़ी रेलवे स्टेशन से दो फर्जी रेलवे कर्मचारियों को गिरफ्तार किया. जानकारी के अनुसार गुरुवार को काली पहाड़ी रेलवे स्टेशन के करीब दो युवक कानपुर निवासी रितेश चंद्र प्रसाद खरवार एवं राजस्थान के संदीप काली पहाड़ी स्टेशन के पास संदिग्ध अवस्था में घूम रहे थे. आसनसोल इस्ट पोस्ट के आरपीएफ के जवानों द्वारा शक होने पर दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की.
पूछताछ करने पर उन्होंने अपने आप को रेलवे कर्मचारी बताया. पूछताछ तथा कागजों की जांच के बाद उन्होंने पाया कि ये लोग फर्जी रूप से रेलवे कर्मचारी बन काम कर रहे थे. उन्होंने बताया कि वह तीन लोग हैं, उन्हें आसनसोल के निवासी पार्थ प्रतिम मजूमदार ट्रेनिंग दे रहे हैं. उन्होंने नौकरी के एवज में मोटी रकम इन लोगों को दिए थे. इनके पीछे एक गिरोह काम कर रहा है. रेलवे में नौकरी देने के नाम पर फर्जी गिरोह के चुंगल में फंस गये हैं.
इन्हें रानीगंज तथा आसनसोल के आसपास रेलवे लाइन तथा स्टेशनों के आसपास काम कराया जा रहा था. इनसे गुजरने वाली गाड़ियों के नाम एवं नंबर आदि लिखवाये जाते थे. इस इलाके में ये लोग करीब 10 दिनों से नौकरी कर रहे थे. आसनसोल मंडल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त चंद्र मोहन मिश्रा के नेतृत्व में आरपीएफ ने हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की तथा आगे की कार्यवाही के लिए इन लोगों को आसनसोल दक्षिण थाना पुलिस को सौंप दिया.
रेलवे अधिकारियों को यह सूचना मिली थी कि आसनसोल मंडल के विभिन्न छोटे स्टेशनों पर फर्जी कर्मचारी काम कर रहे हैं. यह सब एक गिरोह द्वारा किया जा रहा है. आपीएफ इंस्पेक्टर आरसी जोशी, एसआई एसके मीणा, एएसआई एसके सिंह व एस. चटर्जी ने फर्जी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया.