दुबराजपुर थाने की पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया दंपती
हत्या के कारणों का नहीं हो सका है खुलासा, बयानों में विसंगति
पहले सर पर रॉड से वार कर किया बेहोश, फिर टुकड़ों में बांटा शव
कोर्ट में पेश कर पुलिस लेगी रिमांड, हत्या के कारणों का होगा खुलासा
पानागढ़ : बीरभूम जिले के नानूर थाना अंतर्गत बासापाड़ा के सीपीएम सचिव तथा श्रमिक नेता सुभाष चन्द्र दे की अपराधियों ने हत्या कर दी. पुलिस ने उनका शव नदी किनारे मिट्टी में दफन अवस्था में बरामद किया. वे पिछले तीन दिनों से लापता थे. स्थानीय थाना पुलिस ने इस संबंध में दंपती मतिउर रहमान तथा उनकी बीबी सोनाली को गिरफ्तार किया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है.
पुलिस के अनुसार माकपा नेता सुभाष के परिजनों ने स्थानीय थाने में उनकी गुमशुदगी की शिकायत बीते 18 अक्तूबर को दर्ज कराई थी. दुबराजपुर थाना पुलिस ने मामूदपुर से इस मामले में दंपती को गिरफ्तार किया. उनकी निशानदेही पर सुभाष का शव नदी के किनारे दफन अवस्था से बरामद किया गया. इस घटना की सूचना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. सुभाष का शव कई टुकड़ों में बंटा था तथा बोरे में बंद था. पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि पूछताछ में दंपती ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
नानूर के सूचपुर हत्याकांड के आरोपियों में सीपीएम नेता सुभाष चन्द्र का भी नाम शामिल था. हालांकि हाईकोर्ट से इस मामले में सुभाष चन्द्र बरी हो गये थे. पेशे से एलआईसी एजेंट सुभाष चन्द्र विगत 18 अक्तूबर की सुबह घर से बाइक लेकर बोलपुर एलआईसी कार्यालय जाने के लिए निकले थे. एलआईसी कार्यालय से काम रने के बाद वे इलम बाजार के ही एक एजेंट नासिर शेख को बाइक पर लेकर इलम बाजार पहुंचे थे. नासिर को इलम बाजार में उतारने के बाद वे जयदेव मोड़ जाने के लिए निकल गये.
पुलिस ने बताया कि सुभाष के मोबाइल फोन का अंतिम लोकेशन जयदेव मोड, राउतारा (शिवपुर) ग्राम पाया गया है. इसके बाद से सुभाष का कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था. मोबाइल फोन भी बंद आ रहा था. रात नौ बजे तक घर नहीं पहुंचने पर परिजन चिंतित हो गये. मोबाइल फोन पर कॉल करने पर मोबाइल फोन बंद बता रहा था. कई जगह तलाश करने के बाद भी जब कुछ पता नहीं चला तो नानूर थाना में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई.
पुलिस के अनुसार लापता होने के दिन ही बासापाड़ा के पास ही बंगछत्र ग्राम स्थित एक बीएड कॉलेज के गेट के पास ही सुभाष की बाइक लावारिश अवस्था में पड़ी मिली. कॉलेज नानूर के तृणमूल कर्माध्यक्ष करीम खान का है. जांच के दौरान ही दुबराजपुर मामूदपुर से पुलिस ने दंपती को हिरासत में लेकर जब पूछताछ आरंभ की तो उक्त दंपति ने जो बयान पुलिस को दिया है, उसे सुनकर पुलिस अधिकारी भी भौंचक रह गये.
दंपती ने कहा कि उन्होंने सुभाष के सर पर पहले रॉड से प्रहार किया. जिससे वह बेहोश हो गया. इसके बाद उसके शव कोकई टुकड़ों में काट कर बोरे में भर दिया गया. इसके बाद उस बोरे को अजय नदी के किनारे दफना दिया गया. दंपती की निशानदेही पर पुलिस ने नदी किनीरे से बोरे में बंद शव बरामद कर लिया. हालांकि हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है. पुलिस दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी. प्राथमिक स्तर पर पति तथा पत्नी के बयानों में काफी विसंगति है.