हावड़ा : डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एडुकेशन की परीक्षा देने पहुंचे सैकड़ों परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्र में सीट नहीं मिलने के कारण जमकर हंगामा मचाया. आधे से अधिक परीक्षार्थी अपनी सीट नहीं खोज पाये. प्रदर्शन पर उतारू परीक्षार्थियों को रोकने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा. माैके पर पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए सभी को वहां से खदेड़ा.
परीक्षा केंद्र के बाहर भगदड़ मच गयी. इसमें एक गर्भवती परीक्षार्थी सहित दर्जनों घायल हुए हैं. सभी को हावड़ा जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है. पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करने आैर परीक्षा केंद्र में अशांति फैलाने के आरोप में छह परीक्षार्थियों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस परीक्षा केंद्र में लगे सीसीटीवी का फुटेज खंगाल रही है.
क्या है घटना
रविवार हावड़ा मैदान स्थित एक अंगरेजी माध्यम स्कूल में डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एडुकेशन की परीक्षा थी. यह परीक्षा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग के अंतर्गत होती है. इस परीक्षा में प्राइमरी स्कूल के शिक्षक बैठते हैं. स्कूल में 971 परीक्षार्थियों का सेंटर था. दो शिफ्ट में परीक्षा होनी थी. पहला शिफ्ट सुबह 9.30-12.30 आैर दूसरा शिफ्ट दोपहर दो बजे से पांच बजे तक था.
परीक्षा केंद्र का गेट 8.15 तक खोल दिया गया. परीक्षार्थी पहुंचने लगे. परीक्षार्थियों के अनुसार, परीक्षा केंद्र के अंदर लगे नोटिस बोर्ड में उनके रोल नंबर आैर कमरे का कोई उल्लेख नहीं था. करीब 400 से अधिक परीक्षार्थी भटकते रहे लेकिन उन्हें उनकी सीट नहीं मिली. अंत में 500 से अधिक परीक्षार्थियों को लेकर परीक्षा समय से शुरू कर दी गयी.
सीट नहीं मिलने पर बाकी परीक्षार्थी भड़क उठे आैर परीक्षा केंद्र में हंगामा करने लगे. मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को वहां से बाहर निकाल दिया. दोपहर 12.30 बजे पहला शिफ्ट खत्म हुआ. दूसरा शिफ्ट शुरू होने को थोड़ी देर बाद ही बाहर खड़े परीक्षार्थियों ने फिर से हंगामा शुरू किया आैर परीक्षा रद्द करने की मांग करने लगे.
बाहर खड़े परीक्षार्थियों के हंगामे की खबर सुनकर परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों ने भी बवाल शुरू कर दिया. स्थिति पूरी तरह बेकाबू हो गयी. परीक्षार्थी प्रश्नपत्र फाड़कर फेंकने लगे. घटनास्थल पर डीसी भावना गुप्ता, एसीपी गुलाम सरवर सहित अन्य पुलिस अधिकारी पहुंचे. हालात पूरी तरह बेकाबू हो गया. परीक्षार्थी परीक्षा हॉल से निकल पड़े आैर हंगामा शुरू कर दिया. परीक्षार्थियों के अनुसार, खराब व्यवस्था की वजह से सैकड़ों परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गये.
291 सेंटर पर एनआइओएस परीक्षा करवा रहीं है. 290 सेंटर में परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से हो गयी लेकिन यहां ऐसा क्यों हुआ, मुझे समझ में नहीं आ रहा है. आखिर परीक्षार्थियों को सीट क्यों नहीं मिली, यह समझ के बाहर है. पूरी घटना की जांच की जायेगी. जांच रिपोर्ट संबंधित विभाग को भेजा जायेगा.
-डॉ मनीष, सहायक निदेशक, एनआइओएस
स्कूल प्रबंधन की ओर से सारे इंतजाम किये गये थे. परीक्षार्थियों की सीट किस हॉल में है, रोल नंबर सहित इसकी जानकारी नोटिस बोर्ड पर दी गयी थी. कुछ बाहरी तत्वों ने एक साजिश के तहत यहां बवाल मचाया है. परीक्षार्थियों का आरोप गलत व निराधार है.
-अभिजीत पोद्दार, परीक्षा केंद्र इंचार्ज
हमलोग शिक्षक हैं आैर परीक्षा देने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस वालों ने हम शिक्षकों पर लाठियां चलायी. हमसबों को दोष क्या था, यह मालूम नहीं. खराब व्यवस्था स्कूल प्रबंधन आैर एनआइओएस ने किया था, हमने नहीं. निर्दोश पर पुलिस ने लाठियां भांजी आैर दोषियों को बचाने में मदद की. इंसाफ कौन करेगा.
पीड़ित परीक्षार्थी.