सभी सीटों पर मुकाबला दिलचस्प
सिलीगुड़ी : राज्य में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए उत्तर बंगाल की चार लोकसभा सीटों पर सभी तैयरियां पूरी हो चुकी हैं. यहां मतदान गुरुवार को होना है. मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण, बालुरघाट व रायगंज लोकसभा सीटों पर शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये हैं. इसके लिए बड़े पैमाने पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी है. मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक चलेगा. उत्तर बंगाल की इन चार सीटों पर कई दिग्गज अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
इनमें सबसे महत्वपूर्ण रायगंज लोकसभा सीट है. यहां कांग्रेस की दिग्गज तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी की पत्नी दीपा दासमुंशी कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं. उनका मुख्य मुकाबला अपने ही देवर सत्यरंजन दासमुंशी से है. सत्यरंजन तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं. लोग यहां इस चुनाव को देवर-भाभी का मुकाबला भी कह रहे हैं. दोनों ने ही अपनी-अपनी जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. दोनों के बीच के मुकाबले का महत्व इसी से पता लगाया जा सकता है कि दोनों के पक्ष में यहां तमाम बड़े-बड़े नेता चुनाव प्रचार कर चुके हैं.
दीपा दासमुंशी के पक्ष में स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनाव प्रचार कर चुकी हैं, जबकि सत्यरंजन दासमुंशी के लिए ममता बनर्जी ने कमान संभाली. वह न केवल स्वयं चुनाव प्रचार के लिए आयीं, बल्कि उनकी पार्टी के तमाम दिग्गज भी यहां चुनाव प्रचार कर गये. वाम मोरचा की ओर से माकपा के दिग्गज मो सलीम यहां से मैदान में हैं, जबकि भाजपा ने नीमू भौमिक को यहां से उतारा है. नीमू भौमिक मोदी लहर के सहारे यहां हैं. यहां बहुकोणीय मुकाबला है और सभी अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. वर्ष 2009 के चुनाव में यहां से दीपा दासमुंशी ने बाजी मारी थी.
मालदा उत्तर सीट पर भी यहां सबकी निगाहें टिकी हुई है. यह कांग्रेस की परंपरागत सीट है, लेकिन इस बार ममता बनर्जी ने उन्हे घेरने के तैयारी कर ली है. ममता ने यहां तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर सौमित्र राय को मैदान में उतार दिया है. सौमित्र राय प्रख्यात लोकगायक हैं.
इसी तरह मालदा दक्षिण और बालुरघाट लोकसभा सीट पर भी दिलचस्प मुकाबला है, लेकिन सबकी निगाहें बालुरघाट लोकसभा सीट पर होगी, क्योंकि यहां से तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर ममता की सबसे खास अर्पिता घोष मैदान में हैं. हालांकि सारधा घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नोटिस मिलने के कारण उनकी परेशानी थोड़ी बढ़ गयी है.
71 कपंनी बल की तैनाती
इस बीच, मतदान के दौरान सुरक्षा पुख्ता करने के लिए इन चार सीटों पर अर्धसैनिक बलों की 71 कंपनियां की तैनात की गयी है. चुनाव आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रायगंज लोकसभा क्षेत्र में कुल 26 कंपनियां तैनात की गयी हैं. मालदा उत्तर व मालदा दक्षिण के लिए अर्धसैनिक बलों की 45 कंपनियों को काम पर लगाया गया है. ये चारों लोकसभा क्षेत्र तीन जिलों मालदा, बालुरघाट और उत्तर दिनाजपुर में हैं. इन जिलों से सटीं बिहार की सीमाओं को पहले ही सील कर दिया गया है. इसके अतिरिक्त इन जिलों की ज्यादातर सीमाएं बंगलादेश से लगती हैं. भारत-बंगलादेश सीमा पर भी खास नजर रखी जा रही है. बीएसफ को चौकस रहने को कहा गया है. इन सीमाओं को भी सील भी कर दिया गया है. सभी लोकसभा केंद्रों के अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी है.
मालदा उत्तर और मालदा दक्षिण लोकसभा केंद्र में 2646 अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी है. रायगंज लोकसभा केंद्र में अर्धसैनिक बलों के 26 कंपनियों को लगाया गया है. दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट लोकसभा केंद्र में भी सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये हैं. यहां 193 अति संवेदनशील अैर 112 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं. इन मतदान केंद्रों पर भी अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात किये गये हैं.