Noida International Airport : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर का स्थलीय निरीक्षण किया और उद्घाटन समारोह के साथ जुड़े सभी निर्माण और सुरक्षा कार्यों की प्रगति का विस्तृत अवलोकन किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने डोमेस्टिक टर्मिनल, उद्घाटन स्थल, सुरक्षा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, और हवाई अड्डे से जुड़ी सड़क एवं मेट्रो लिंक परियोजनाओं की समीक्षा की.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य उच्च मानकों के अनुरूप और समयबद्ध तरीके से पूर्ण किए जाएं. उन्होंने उद्घाटन समारोह की तैयारियों में किसी भी प्रकार की शिथिलता को पूरी तरह अस्वीकार्य ठहराया। सीएम योगी ने कहा कि यह एयरपोर्ट न केवल प्रदेश की आर्थिक और औद्योगिक प्रगति का प्रतीक होगा, बल्कि पर्यटन, व्यापार और निर्यात के क्षेत्र में भी नए अवसर खोलेगा.
सुरक्षा, यातायात और सुविधाओं पर विशेष ध्यान
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा, स्वच्छता, यातायात प्रबंधन, और यात्री सुविधा सुनिश्चित करने पर जोर दिया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हवाई अड्डे से जुड़ी सभी सड़क और मेट्रो लिंक परियोजनाएं समय पर पूरी की जाएं. सुरक्षा उपायों, अग्निशमन केंद्र, जल शोधन संयंत्र, जलभराव निस्तारण और वाहन पार्किंग व्यवस्था का विस्तार से निरीक्षण किया गया.
सीएम ने कहा कि यात्रियों को सुरक्षित और सहज अनुभव प्रदान करना प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से सभी कार्यों की समीक्षा कर गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए.
एयरपोर्ट की प्रमुख विशेषताएँ:
–लोकार्पित क्षेत्रफल: 3,300 एकड़, कुल अधिग्रहित भूमि 6,700 एकड़, शेष 5,100 एकड़ अगले तीन माह में अधिग्रहित.
–उद्घाटन पर एक रनवे और 1.2 करोड़ वार्षिक यात्री क्षमता.
–औसतन प्रतिदिन 150 उड़ानें संचालित होंगी.–भविष्य में यात्री संख्या बढ़ने पर दूसरे रनवे का निर्माण किया जाएगा, पूर्ण विकास के बाद कुल 5 रनवे और 30 करोड़ वार्षिक यात्री क्षमता.
एविएशन सेक्टर में उत्तर प्रदेश की प्रगति
राज्य में कुल 24 एयरपोर्ट्स हैं, जिनमें 16 संचालित और 7 निर्माणाधीन हैं. वर्तमान में घरेलू स्तर पर आगरा, बरेली, गोरखपुर, गाजियाबाद, प्रयागराज, कानपुर, अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट और सहारनपुर एयरपोर्ट क्रियाशील हैं, जबकि लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर और अयोध्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संचालित हैं. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुभारंभ के बाद उत्तर प्रदेश पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला देश का एकमात्र राज्य बन जाएगा.
वर्ष 2024-25 में लगभग 1.5 करोड़ लोग हवाई यात्रा कर चुके हैं, जिनमें 1.3 करोड़ घरेलू यात्री और 13 लाख से अधिक अंतरराष्ट्रीय यात्री शामिल हैं. 2017 से 2025 के बीच यात्री संख्या में 10.1 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई. बेहतर एयर कनेक्टिविटी से उत्तर प्रदेश में पर्यटन और निर्यात में नई गति आई है. विशेषकर अयोध्या और वाराणसी जैसे धार्मिक स्थलों पर पर्यटक संख्या में 30% की वृद्धि हुई.
रोजगार और आर्थिक प्रभाव
नोएडा एयरपोर्ट से लगभग 1 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है एयर कार्गो सेवाओं के विस्तार से वाराणसी और आगरा जैसे शहरों से निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. नोएडा एयरपोर्ट के संचालन से NCR–UP बेल्ट में औद्योगिक विकास और रियल एस्टेट मूल्यों में 20–30% की बढ़ोतरी देखी गई है. एविएशन सेक्टर अब राज्य की GDP में 2–3% योगदान दे रहा है, जबकि 2017 से पहले यह 1% से भी कम था.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी जनसभा और समारोह के लिए मार्ग, यातायात, पार्किंग, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रदेश के सुशासन और विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.

