लखनऊ. भारतीय रेल ने रेलवे विद्युतीकरण के मामले में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. भारतीय रेलवे ने उत्तर प्रदेश में सभी बीजी मार्गों के विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया है. प्रधानमंत्री ने रेल मंत्रालय द्वारा एक ट्वीट के जवाब में पोस्ट किया, जिसमें राज्य में ब्रॉड गेज रेल नेटवर्क के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण की घोषणा की गई थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि को हासिल करने के लिए भारतीय रेल की सराहना की है. इस उपलब्धि के साथ, भारतीय रेल ने छह जोनल रेलवे अर्थात् पूर्वी तटीय रेलवे (ईस्ट कोस्ट रेलवे), उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर पूर्व रेलवे, पूर्व रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे में बीजी मार्गों के विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया है. इसके अलावा, अत्यधिक उपयोग में आने वाला नेटवर्क (एचयूएन -5), झांसी-मुजफ्फरपुर-कटनी अब पूर्ण रूप से विद्युतीकृत हो गया है.
अब तेज रफ्तार से चलेंगी ट्रेनें
झांसी-मुजफ्फरपुर-कटनी अब पूर्ण रूप से विद्युतीकृत हो गया है. बताया जा रहा है कि अब ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी. इससे भटनी-वाराणसी-नैनी (इलाहाबाद)-मानिकपुर-सतना-कटनी और छपरा-वाराणसी सहित झांसी-लखनऊ-बाराबंकी-बुढ़वाल, गोंडा-आनंदनगर-गोरखपुर-वाल्मीकिनगर-सुगौली, मुजफ्फरपुर-बछवाड़ा और नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा-समस्तीपुर, सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर-हाजीपुर के बीच कनेक्टिविटी तो बेहतर होगी.
समय की होगी बचत
भारतीय रेल मिशन 100 प्रतिशत विद्युतीकरण को पूरा करने की दिशा में तेजी से प्रगति कर रहा है और यह दुनिया में सबसे बड़ा हरित रेलवे नेटवर्क बन गया है. रेलवे ट्रैक के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण होने से डीजल इंजन से विद्युतीकृत इंजन और विद्युतीकृत इंजन से डीजल इंजन बदलने में लगने वाले समय की भी बचत होगी. भारतीय रेल के छह जोन अब पूर्ण रूप से विद्युतीकृत हो गए है. पूर्वी तटीय रेलवे (ईस्ट कोस्ट रेलवे), उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर पूर्व रेलवे, पूर्व रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे में बीजी मार्गों के विद्युतीकरण का कार्य रेलवे ने पूरा कर लिया है.