लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सोमवार को रैली को संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर एक बार फिर हमला किया. उन्होंने नोटबंदी का उल्लेख करते हुए कहा कि बिना किसी तैयारी के 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए गए जिससे देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है. नोट बंदी से देश की जनता भी परेशान हो गयी क्योंकि बैंक की कतारों में सिर्फ गरीब जनता दिखी, कोई अमीर आदमी नहीं दिखा.
रैली में मायावती की पार्टी बसपा का भी जिक्र अखिलेश ने किया. उन्होंने मजाक भरे लहजे में कहा कि अगर हाथी का साइज बढ़ गया तो सोचो कितना बड़ा हाथी लगा देंगी वह ? कांग्रेस गंठबंधन से नाराज चल रहे सपा नेता मुलायम सिंह यादव के सम्मान में उन्होंने कहा कि अगर सूबे में सरकार बनेगी तो सबसे ज्यादा अगर गर्व से किसी का सिर ऊंचा होगा, तो नेता जी का होगा.
आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव ने सपा-कांग्रेस गठबंधन को लेकर नाराजगी प्रकट की है. उन्होंने कहा है कि सपा अकेले चुनाव लड़कर जीत दर्ज करने में सक्षम है ऐसे में कांग्रेस से गठबंधन की कोई जरूरत नहीं थी. मैं कहीं भी चुनाव प्रचार के लिए चुनावी मैदान में नहीं उतरूंगा. मुलायम सिंह यादव ने स्पष्ट करते हुए कहा कि मैं इस गठबंधन के पक्ष में नहीं हूं. अखिलेश ने हमारे नेताओं को टिकट नहीं दिया, अब वो क्या करेंगे ?
यहां उल्लेख कर दें कि सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब रविवार को अखिलेश यादव व राहुल गांधी ने साझा प्रेस कॉफ्रेन्स व रोड शो किया था. बताया जा रहा है कि प्रेस कॉफ्रेन्स के दौरान अखिलेश थोड़े असहज नजर आ रहे थे और पत्रकारों के तीखे सवालों का जवाब देने से वे बचते नजर आये.
जैथरा की रैली में बोले अखिलेश
एटा की रैली के बाद अखिलेश यादव ने जैथरा की रैली में कहा कि अब तो कांग्रेस भी साथ आएगी, पैडल पर उनका हाथ लग गया तो सोचो कितनी तेज चलेगी हमारी साइकल. यहां पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जो मन की बात करते हैं उनसे आपको सावधान रहना चाहिए. हमें यही बताया गया है कि मन की बात करने वालों का मन चंचल होता है.