लखनऊ : समाजवादी पार्टी में घमसान का हल निकलने के बाद दोनों गुट फिर से एक साथ आते दिख रहे हैं. चुनाव आयोग ने सोमवार को साफ कर दिया था कि अखिलेश यादव ही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को अखिलेश ने पिता मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की. खबर है कि मुलायम अलग से अपने प्रत्याशी नहीं उतारेंगे. बदले में मुलायम ने अपने समर्थकों के 40 नामों की सूची अखिलेश को सौंपी है. इसमें शिवपाल यादव, मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव व अखिलेश कैबिनेट से बरखास्त चार मंत्रियों के भी नाम हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार अखिलेश आज सपा उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकते हैं.
साइकिल चुनाव निशान मिलने के बाद से पिता-पुत्र ने मंगलवार को दुसरी बार मुलाकात की. वैसे मुलायम खेमे ने मीडिया से मंगलवार को दूरी बनाये रखी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मुलायम ने भाई शिवपाल को सलाह दी है कि वह चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ कोर्ट नहीं जाएं. गतिरोधों को मिल-जुल कर खत्म करें. पिता से मुलाकात के बाद अखिलेश ने कहा कि दोनों ही सूची में 90 फीसदी से अधिक प्रत्याशी कॉमन हैं. हम सूची को जल्द अंतिम रूप देंगे. इससे पहले मुलायम ने भाई शिवपाल के अलावा अंबिका चौधरी व अपने करीबी अन्य नेताओं से मुलाकात की.
इस बीच, सपा व कांग्रेस के बीच गंठबंधन की तसवीर भी साफ होती दिख रही है. सपा की तरफ से अखिलेश यादव और कांग्रेस की तरफ से गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि अगले एक-दो दिनों में फैसला हो जायेगा. दरअसल, चुनाव आयोग ने सोमवार को अपने फैसले में सपा और चुनाव चिह्न साइकिल अखिलेश खेमे को दे दिया था. इसके बाद से ही मुलायम सिंह ने खामोशी अख्तियार कर रखी थी. उनके अगले कदम पर निगाहें टिकी थीं. लग रहा था कि मुलायम लोकदल के चुनाव निशान पर अपने प्रत्याशियों को उतारेंगे.