लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अपना कार्यकाल समाप्त कर चुके राज्यपाल राम नाईक ने रविवार को कहा कि वह एक रूढ़ि को तोड़ते हुए सोमवार को सूबे की नवनियुक्त राज्यपाल आनंदी बाई पटेल के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगे.
राज्यपाल ने यहां आयोजित ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-2’ के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 2018 में जब इन्वेस्टर्स समिट हुई थी उस वक्त मैं ‘पूरा राज्यपाल’ था. इस वक्त मुझे राज्यपाल पद का बोनस मिला है. उन्होंने कहा, राज्यपाल के रूप में मेरा पांच साल का कार्यकाल गत 22 जुलाई को समाप्त हो गया. संविधान की व्यवस्था यह है कि जब तक दूसरा राज्यपाल शपथ नहीं लेता, तब तक पहला काम करता रहता है. नये राज्यपाल की भूमिका में आनंदी बाई पटेल शपथ लेंगी. मुझे सात दिन का बोनस मिला है. मैं खुश हूं कि मुझे यह कार्यक्रम देखने को मिला. मैं आनंदी बाई पटेल को धन्यवाद देता हूं.
नाईक ने कहा, यहां पर एक रूढ़ि थी कि जब नया राज्यपाल आता है तो उससे पहले, जो पूर्व राज्यपाल होने वाला होता है वह लखनऊ छोड़कर चला जाता था. हम देखते हैं कि नवनियुक्त राष्ट्रपति अपने शपथग्रहण कार्यक्रम से पहले राष्ट्रपति भवन जाते हैं और वह तथा निवर्तमान राष्ट्रपति एक साथ कार में बैठकर संसद में जाते और एक मंच पर बैठते हैं. उन्होंने कहा कि जब शपथ लेने के लिए नवनियुक्त राष्ट्रपति खड़े हो जाते हैं तो निवर्तमान राष्ट्रपति उनकी कुर्सी पर बैठ जाते हैं और शपथ लेने के बाद नये राष्ट्रपति पहले वाले की कुर्सी पर बैठ जाते हैं. उसके बाद फिर दोनों एक साथ राष्ट्रपति भवन जाते हैं. बाद में नये राष्ट्रपति पूर्व राष्ट्रपति को उनके घर तक अपनी कार से छोड़ने जाते हैं. मैं कल आनंदी जी के शपथ ग्रहण समारोह में रहूंगा. राज्यपाल ने कहा, मैं खुश होकर जा रहा हूं. पांच साल में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बनने की राह पर चल पड़ा है. मैं यह भी देखूंगा कि उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनेगा.