लखनऊ: विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिये पेश बजट को निराशाजनक करार दिया है. विधानसभा में सपा और विपक्ष के नेता राम गोविन्द चौधरी ने कहा कि इस निराशाजनक बजट में 75 प्रतिशत योजनाएं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम हैं. ऐसा लगता है कि राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को केन्द्र की मोदी सरकार ही चला रही है. उन्होंने कहा कि यह बजट किसान, नौजवान और गरीब विरोधी है. इससे जनता का भला नहीं होगा.
बसपा विधानमण्डल दल के नेता लालजी वर्मा ने भी बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि इसमें दलितों के उत्थान के लिये कोई इंतजाम नहीं किया गया है. अभी पिछले बजट की धनराशि ही नहीं खर्च हुई है और सरकार केन्द्र की योजनाओं का जिक्र करके अपनी पीठ थपथपा रही है.
कांग्रेस विधानमण्डल दल के नेता अजय कुमार ‘लल्लू‘ ने कहा कि प्रदेश की 22 करोड़ जनता को इस बजट से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन आज वे सब धूमिल हो गयीं। उन्होंने कहा कि बजट जनता की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा है. इसमें स्वास्थ्य सेवाओं और गांवों के विकास के लिये कुछ नहीं है। यह केवल कागज का पुलिंदा है.
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