लखनऊ : संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को बौद्ध धर्म की दीक्षा देने वाले बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वह 90 वर्ष के थे. प्रज्ञानंद को गंभीर हालत में रविवार को राजधानी के किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय :केजीएमयू: के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था.
सुबह लगभग 11 बजे ली अंतिम सांस
केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक :सीएमएस: प्रोफेसर एसएन शंखवार ने बताया कि प्रज्ञानंद का सुबह लगभग 11 बजे निधन हो गया. उन्हें सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होने पर बीते दिनों ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था. बाद में उन्हें गांधीवार्ड में भेजा गया था.
श्रीलंका में हुआ था जन्म
बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद का जन्म श्रीलंका में हुआ था. वह 1942 में भारत आये थे. अंबेडकर ने हिंदू धर्म को छोड़कर बौद्ध धर्म स्वीकार किया था. उन्होंने 14 अक्टूबर, 1956 को नागपुर में अपनी पत्नी के साथ बौद्ध धर्म को अंगीकार कर लिया था. प्रज्ञानंद ने सात भिक्षुओं के साथ अंबेडकर को बौद्ध धर्म की दीक्षा दी थी.
दो सालों से बिस्तर पर ही थे प्रज्ञानंद
प्रज्ञानंद की देखभाल करने वाले भन्ते सुमन ने बताया कि गुरु प्रज्ञानंद पिछले दो सालों से बिस्तर पर ही थे. उन्हें सांस लेने में तकलीफ सहित वृद्धावस्था से जुड़ी कई अन्य बीमारियां थीं. प्रज्ञानंद राजधानी में रिसालदार पार्क के बुद्ध विहार में रहते थे. अंबेडकर दो बार बुद्ध विहार आये थे.