Agra News: आगरा में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल काफी समय से शुरू हो चुका है. रोजाना मेट्रो ट्रेन ट्रैक पर दौड़ती हुई दिखाई देती है. मेट्रो की चमक बरकरार रहे और वह धुली हुई और साफ दिखाई दे, इसके लिए भी यूपीएमआरसी ने खास इंतजाम किए हैं. आगरा में मेट्रो डिपो वर्कशॉप में स्मार्ट ऑटो कोच वॉश प्लांट के जरिए मेट्रो ट्रेनों की धुलाई की जा रही है. आगरा के लोगों के लिए मेट्रो ट्रेन जनवरी या फरवरी में शुरू हो सकती है. रोजाना मेट्रो ट्रेन का ट्रायल किया जा रहा है. वहीं यूपीएमआरसी ने बताया कि मेट्रो ट्रेन को साफ रखने के लिए उसकी धुलाई का काम आधुनिक तरीके से किया जाएगा. आगरा मेट्रो डिपो परिसर में स्मार्ट ऑटो कोच प्लांट के जरिए ट्रेनों की धुलाई शुरू हो गई है. जीरो डिस्चार्ज पॉलिसी के तहत ऑटो कोच वॉश प्लांट में रीसायकल पानी का प्रयोग किया जा रहा है. इस प्लांट की मदद से पानी व बिजली की बचत की जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आगरा मेट्रो ट्रेन की शुभारंभ के बाद से लगातार प्रायोरिटी कॉरिडोर के एलिवेटेड भाग में मेट्रो का ट्रायल किया जा रहा है. मेन लाइन पर ट्रायल किए जाने से पहले मेट्रो द्वारा स्मार्ट ऑटो कोच वॉच प्लांट के जरिए मेट्रो ट्रेन की पहली बार धुलाई की जा रही है. इस प्रक्रिया में सबसे पहले स्प्रिंकलर का उपयोग करके ट्रेन का तापमान कम किया जाता है.
डिपो परिसर में लगाया गया संयुक्त वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट
ऑटो कोच वास प्लांट के ब्रश हाईटेक सेंसर से लैस है. जो धुलाई के दौरान ट्रेन और ब्रश के बीच होने वाले घर्षण से ट्रेन की बाहरी सतह की सुरक्षा को सुरक्षित करते हैं. आगरा मेट्रो डिपो में ड्यूल प्लंबिंग की व्यवस्था की गई है. यानी यहां पर साफ पानी और रीसायकल पानी के लिए अलग-अलग पाइपलाइन बिछाई गई है. इसके साथ ही डिपो परिसर में एक संयुक्त वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है. जिससे विभिन्न गतिविधियों के चलते निकलने वाले वेस्ट पानी को रिसाइकल किया जाता है.
रीसाइकल्ड पानी का किया जाएगा प्रयोग
बता दें कि शहर में मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद ट्रेनें जब व्यवसायिक परिचालन खत्म करने के बाद ट्रेनें डिपो परिसर में वापस आएंगी तो वॉशिंग चार्ट के अनुसार ऑटो कोच वॉश प्लांट में ट्रेनें धुलाई के पश्चात डिपो में प्रवेश करेंगी. इस प्रक्रिया के लिए जीरो डिस्चार्ज पॉलिसी के तहत रीसाइकल्ड पानी का प्रयोग किया जाएगा. ऑटोमेटिक कोच वॉश प्लांट की मदद से बेहद कम समय में ट्रेनों की सफाई व धुलाई की जाएगी. ओसीसी (ऑपरेशन कमांड सेंटर) द्वारा ट्रेनों को कोच वॉश प्लांट में जाने का आदेश दिया जाएगा.