आगरा. छुट्टियों की वजह से ताजमहल पर पहुंच रहे हजारों पर्यटकों की भीड़ को संभालने के लिए आगरा के एसीपी ताज सुरक्षा ने मंगलवार को खुद कमान संभाली थी. पार्किंग में बेतरतीब खड़े वाहनों को व्यवस्थित करने के साथ लपको को भी खदेड़ा था. साथ ही करीब पांच लपकों को पुलिस ने पर्यटकों को परेशान करते हुए गिरफ्तार किया था. पुलिस की कार्रवाई को 24 घंटे भी नहीं बीत पाए थे कि ताजमहल आने वाले पर्यटक लपकों से फिर परेशान होने लगे हैं. बता दें दीपावली की छुट्टियों की वजह से ताजमहल पर हजारों की संख्या में पर्यटक उमड़ रहे हैं. मंगलवार को अवस्थाओं को ठीक करने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा. और एसीपी ताज सुरक्षा अरीब अहमद स्वयं ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट पर मौजूद पार्किंग पर व्यवस्था संभालने के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्हें कई लपके पर्यटकों को परेशान करते हुए दिखाई दिए. जिन्हें एसीपी ने दौड़ा दिया. इसके बाद शाम को टूरिस्ट गाइड वेलफेयर एसोसिएशन के अधिकारियों के साथ एसीपी ने बैठक की. संगठन के अध्यक्ष दीपक दान ने बताया बैठक में निर्देश जारी किए गए थे, की जो गाइड पर्यटकों की गाड़ी के पीछे भागते हैं. पार्किंग के अंदर जाकर पर्यटकों से बातचीत करते हैं. वह किसी पर्यटक के पीछे ना भागें. निर्धारित स्थान से ही पर्यटकों से बातचीत करें और नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस गाइड लाइसेंस जब्त करने की कार्रवाई करेगी.
लपकों ने शिल्पग्राम को बनाया अड्डा
बता दें ताजमहल के पास शिल्पग्राम पर स्थित पार्किंग में बसें रूकती हैं. यहां से टूरिस्ट गोल्फ कार्ट के जरिए ताजमहल तक पहुंचते हैं. ऐसे में लपकों ने शिल्पग्राम को अपना अड्डा बना लिया है. जो भी टूरिस्ट बस आती है लेपके उसके पीछे भागते हैं और पर्यटकों को जबरदस्ती सामान खरीदने के लिए कहते हैं. ऐसा माजरा आपको रोजाना ताजमहल के आसपास दिखाई दे जाएगा.तत्कालीन जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने लपकागीरी की शिकायतों पर काफी सख्ती बरती थी. उन्होंने निर्देश जारी किए थे कि अफसर सुबह 5:30 से ताजमहल के आसपास निरीक्षण करेंगे. इससे सुबह के समय आने वाले टूरिस्ट लपकौ से बचे रहे. पुलिस ने 2 दिन तक काफी सख्ती दिखाई जिससे लपके कुछ दिन के लिए गायब हो गए.
अप्रूव गाइडों के लिए गाइड सुविधा केंद्र बनाए
एसीपी ने अप्रूव गाइडों के लिए शिल्पग्राम, नीम तिराहा और फतेहपुर सीकरी पर गाइड सुविधा केंद्र बनाए हैं. उन्हें निर्देश दिया गया कि सभी गाइड इन्हीं केंद्रों से ही टूरिस्ट से संपर्क करें. किसी टूरिस्ट बस या टूरिस्ट के पीछे नहीं भागेंगे. इसके बावजूद टूरिस्ट को लपकों से निजात नहीं मिल रही है.