Agra News: ताजनगरी के पेपर लीक कांड में नया खुलासा हुआ है. जिसमें पुलिस को जानकारी मिली है कि पेपर अचानक से लीक नहीं किया गया. बल्कि इसके लिए पहले से ही रणनीति तैयार कर ली गई थी. विद्यार्थियों को पेपर लीक होने की जानकारी पहले से ही थी.
मोबाइल से पेपर लीक कर वायरल किया
छात्रों को पहले से ही पता था कि परीक्षा से कुछ समय पहले पेपर मोबाइल पर आ जाएगा. जब इस बात की जानकारी अन्य छात्रों को हुई तो वह भी सक्रिय हो गए. वहीं दूसरी तरफ लोहामंडी पुलिस ने बीएससी सेकंड ईयर के रसायन विज्ञान के पेपर लीक होने के मामले में मुकदमा दर्ज किया है. उच्च शिक्षा मंत्री की चेतावनी के बाद पुलिस लगातार मामले की जांच पड़ताल में जुटी है. लेकिन अभी भी पुलिस के हाथ पेपर लीक करने वाले आरोपियों से दूर है. डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में पुलिस लगातार पूछताछ में लगी हुई है. अभी तक पुलिस करीब 50 से ऊपर विद्यार्थियों से पूछताछ कर चुकी है और तमाम विद्यार्थियों के मोबाइल पर पुलिस अभी भी नजर रखे हुए हैं. लगातार उनकी भी जांच पड़ताल की जा रही है. फिर भी पुलिस के हाथ अभी तक उस व्यक्ति के पास नहीं पहुंचे जिसने अपने मोबाइल से पेपर लीक कर वायरल किया है.
मुकदमा दर्ज कर लिया गया
दूसरी तरफ बीएससी सेकंड ईयर के रसायन विज्ञान के पेपर लीक होने के बाद थाना लोहामंडी पुलिस ने भी मुकदमा दर्ज किया है. जिसमें प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र शंकर पांडे का कहना है कि शनिवार को बीएससी द्वितीय वर्ष के रसायन विज्ञान की परीक्षा थी. और उसके पेपर लीक होने की शिकायत आई थी. रविवार को आगरा कॉलेज के प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य डॉ केशव सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया. मुकदमे में विवेचना की जा रही है और साथ ही जब्त किए गए मोबाइल की जांच की जा रही है.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत