Sitapur News: एक विशेष समुदाय की महिलाओं पर विवादित बयान देने के मामले में महंत बजरंग मुनि दास को रविवार को जेल से रिहा कर दिया गया. उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संगत तक लाया गया. वहीं, महंत बजरंग मुनि ने कहा कि उन्हें अपने बयान पर कोई अफसोस नहीं है. धर्म के लिए अगर जान भी देनी पड़े तो वो तैयार हैं.
महंत बजरंग मुनि दास ने कहा कि धर्म के लिए मुझे हजारों बार जेल जाना पड़े तो भी मैं तैयार हूं. मुझे अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं हो रहा है. धर्म के लिए अगर मुझे जान भी देना पड़े तो मैं तैयार हूं
महंत बजरंग मुनि दास ने कहा कि मुझे अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है, क्योंकि जो सजा मुझे पानी थी, पा चुका हूं. मैंने उस दिन जो भी कहा अपने धर्म की महिलाओं की रक्षा के लिए कहा. धर्म की रक्षा के लिए अगर मेरा कतरा-कतरा कट जाए तो भी मैं जान देने के लिए तैयार हूं.
दरअसल, दो अप्रैल को नवरात्रि के पहले दिन सीतापुर के कमाल सरांय स्थित बड़ी संगत के महंत बजरंग मुनि दास की अगुवाई में खैराबाद कस्बे में कलश यात्रा निकाली गई थी. इस दौरान महंत बजरंग दास मुनि महाराज ने विशेष समुदाय की महिलाओं पर विवादित बयान दिया था. इसका वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसके बाद महिला आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया था.
महंत बजरंग मुनि दास के खिलाड़ी खैराबाद थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था, जिसके बाद 13 अप्रैल की शाम को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और मेडिकल परीक्षण कराने के बाद जेल भेज दिया गया.