Rourkela News: आमको-सिमको गाेलीकांड के शहीदों को शुक्रवार को बिरमित्रपुर के ब्राह्मणमारा शहीद स्थल के पास आयोजित एक समारोह में भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गयी. बिरमित्रपुर विधायक रोहित जोसेफ तिर्की ने शहीद स्थल पर माल्यार्पण किया तथा शहीदों को श्रद्धांजलि दी. विधायक ने कहा कि आमको-सिमको में तत्कालीन गांगपुर सरकार ने निरीह जनता पर गोली चला कर दर्जनों लोगों की हत्या कर दी थी. मृत व्यक्तियों का शरीर चूना भट्टी में झोंक दिया गया. यह घटना जालियांवाला बाग हत्याकांड से कम नहीं है.
शहीद स्थल के विकास के लिए मिले करोड़ों रुपये, हुआ भ्रष्टाचार
विधायक ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आमको-सिमको के शहीदों को आज भी स्वतंत्रता सेनानी की मान्यता नहीं मिली है. आमको-सिमको शहीद स्थल के विकास के लिए करोड़ों रुपये दिये गये, लेकिन इसमें बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है. इस मामले को विधानसभा में उठाया जायेगा. मौके पर पानपोष सब-कलेक्टर विजय कुमार नायक, नगरपाल संदीप मिश्र, उप-नगरपाल निवेदिता बागे, प्रोफेसर विजय टोप्पो, तहसीलदार गौरी नायक, अतिरिक्त तहसीलदार ज्योति रंजन बाग, नगरपालिका अधिकारी यासिर अहमद और जगदीश अग्रवाल ने शहीद पीठ पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. इसके अलावा रायबोगा के पास स्थित आमको-सिमको शहीद स्थल पर भी विधायक रोहित जोसेफ तिर्की तथा अन्य अतिथियों ने शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी.
निर्मल मुंडा खुंटकटी ट्रस्ट ने मनाया आमको-सिमको दिवस
निर्मल मुंडा खुंटकटी ट्रस्ट की ओर से शुक्रवार को सेक्टर-19 स्थित निर्मल मुंडा इस्पात हाट में 86वां आमको-सिमको शहीद दिवस श्रद्धा व गरिमा के साथ मनाया गया. इस अवसर पर 25 अप्रैल, 1939 को आमको-सिमको आंदोलन के नायक स्वाधीनता सेनानी निर्मल मुंडा समेत गोलीकांड में शहीद आदिवासियों को नमन किया गया. राजी पाड़हा भारत के शीर्ष पदाधिकारी बागी लकड़ा ने बतौर अतिथि स्वाधीनता सेनानी निर्मल मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण कर सभा की शुरुआत की. आमको-सिमको के शहीदों को आज तक स्वतंत्रता सेनानी की मान्यता नहीं मिलने पर रोष जताया गया. जल, जंगल व जमीन पर अपना हक पाने के लिए आदिवासियों से एकजुटता का आह्वान किया गया. मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष बंधना टोप्पो, सचिव जेरोम केरकेट्टा, कोषाध्यक्ष बलवीर कुलू, हरमन लकड़ा उपस्थित थे. मौके पर निर्मल मुंडा इस्पात हाट में स्वाधीनता सेनानी निर्मल मुंडा की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर रघुनाथपाली विधायक दुर्गाचरण तांती से मिली सहमति को लेकर भी चर्चा की गयी.आमको-सिमको के नायक निर्मल मुंंडा की प्रशासन ने की उपेक्षा
आमको-सिमको आंदोलन का नेतृत्व करने वाले स्वाधीनता सेनानी निर्मल मुंडा की आमको-सिमको शहीद दिवस पर प्रशासन ने उपेक्षा की. शुक्रवार को आमको-सिमको शहीद दिवस पर प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी उनके समाधि पर माल्यार्पण करने नहीं गया. लेकिन विधायक रोहित जोसेफ तिर्की स्वाधीनता सेनानी निर्मल मुंडा की समाधि पीठ पर माल्यार्पण करने बरटोली गये. उनके साथ उप-नगरपाल निवेदिता बागे, जगदीश अग्रवाल, गोपाल सिंह, महेश साहू, कुना देव, लारेंस बागे, अशोक नायक ने भी निर्मल मुंडा को श्रद्धांजलि दी. विदित हो कि आमको-सिमको आंदोलन के नायक दिवंगत निर्मल मुंडा बिरमित्रपुर के पहले विधायक थे. उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1972 में ताम्र पत्र देकर स्वाधीनता सेनानी का दर्जा दिया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है