Rourkela News : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के इस्पात जनरल अस्पताल (आइजीएच) के चिकित्सकों की टीम ने कोमा में जा चुके एक बुजुर्ग प्रोफेसर का सफलतापूर्वक इलाज किया. 71 वर्षीय सेवानिवृत्त प्रोफेसर (पुरुष) को गंभीर हालत में आइजीएच के आपातकालीन कक्ष में लाया गया था. उन्हें न्यूरो सर्जरी विभाग में भर्ती कराया गया और तुरंत आइसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया. मस्तिष्क के सीटी स्कैन से द्विपक्षीय फ्रंटो-टेम्पोरो-पैरिएटल सबएक्यूट एसडीएच का पता चला. इसके अलावा वह सेप्टीसीमिया के साथ दोनों निचले अंगों में गंभीर सेल्युलाइटिस से पीड़ित थे. भर्ती होने पर रोगी को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया और सर्जरी के लिए ले जाया गया. न्यूरोसर्जरी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ मनोज कुमार देव, सिस्टर अर्चना, डॉ गिरिजा शंकर साहू और डॉ रूबी सिंह की देखरेख में इलाज की प्रक्रिया पूरी की गयी. रोगी लगभग एक महीने तक आइसीयू में वेंटिलेटर पर रहा, जहां उसे एनेस्थीसिया एवं आइसीयू की अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजुक्ता पाणिग्राही के मार्गदर्शन में विशेष देखभाल मिली. वेंटिलेटर से मुक्त होने के बाद मरीज को वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है. चिकित्सा टीम की देखरेख में रोगी की सेहत में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. उनकी इंद्रियां पुनः जागृत हो गयी हैं. वह भोजन ग्रहण करने लगे और अपने परिवार के सदस्यों को पहचानने और उनसे बातचीत करने लगे हैं. लगभग 60 दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद बुजुर्ग के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है.
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