Sambalpur News: संबलपुर पुलिस ने मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस से डकैती के मामले में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार कुल आरोपियों की संख्या आठ हो गयी है. दिल्ली पुलिस की मदद से पकड़े गये चारों आरोपियों में विकास कुमार और संजीव कुमार पासवान बिहार के वैशाली और यश आनंद और पीयूष राज पटना के निवासी हैं. चारों कथित मास्टरमाइंड सुबोध सिंह के करीबी बताये जा रहे हैं.
आइजी हिमांशु लाल बोले-सभी आरोपी पुलिस के कब्जे में
इन गिरफ्तारियों के साथ ही पुलिस ने दावा किया है कि वे अब पूरे मामले को सुलझाने के करीब हैं. शुक्रवार शाम मीडिया से जानकारी साझा करते हुए उत्तरी रेंज के आइजी हिमांशु लाल ने कहा कि मामला लगभग सुलझ चुका है और सभी आरोपी अब पुलिस की हिरासत में हैं. आइजी लाल ने कहा कि पूरी जांच के बाद सुबोध सिंह और उसके गिरोह की संलिप्तता स्पष्ट रूप से स्थापित हो गयी है. उनका देशभर में बहुत बड़ा नेटवर्क है. सोना बरामद करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी.
सोना बेचकर मिली रकम से खरीदा हथियार, 14 पिस्तौल बरामद
संबलपुर एसपी मुकेश भामू ने कहा कि सुबोध ने संबलपुर में लूट को अंजाम देने का जिम्मा विकास को सौंपा था. विकास और पीयूष ने पहले राजस्थान में 25 किलो और मध्य प्रदेश में 17 किलो सोना लूटा था. पुलिस को गुमराह करने के लिए योजना, निष्पादन, रसद और निबटान सभी की जिम्मेदारी अलग-अलग टीमों ने संभाला. श्री भामू ने कहा कि हमने ऑपरेशन की सभी गुत्थियों को सुलझा लिया है, सिवाय इसके कि सोना के निबटान के, लेकिन हमें पता चला है कि लूटे गये सोना से बड़ी रकम मिली थी, जिसका इस्तेमाल अत्याधुनिक हथियार की खरीद में की गयी थी. हमने आरोपियों के कब्जे से करीब 14 पिस्तौल बरामद की हैं. जांच जारी रहने तक चारों को शनिवार को अदालत में पेश किया जायेगा.
ओडिशा समेत कई राज्यों में आपराधिक गतिविधियों में शामिल था सुबोध
संबलपुर में मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस से लूट के मास्टर माइंड सुबोध को पिछले महीने सात दिन की रिमांड पर पुलिस ने लिया था. पुलिस के मुताबिक, वह जेल में रहने के बाद भी अपने सक्रिय आपराधिक नेटवर्क के जरिये विभिन्न राज्यों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था. ओडिशा, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत विभिन्न राज्यों में 28 बड़ी आपराधिक घटनाओं में उसकी संलिप्तता रही है, जिसमें सोना की लूट, सुपारी किलिंग और जबरन वसूली के मामले शामिल हैं. इस मामले के अन्य आरोपियों में से एक उत्तम पासवान के गुवाहाटी में डकैती का मास्टर माइंड होने का संदेह है. पंकज पासवान और अजय पासवान हाजीपुर से हैं. रिमांड के दौरान पंकज के संबलपुर स्थित किराये के घर से एक देसी पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किये गये थे.
तीन जनवरी को हुई थी वारदात, अब तक आठ गिरफ्तार
संबलपुर के बुढ़ाराजा में मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस के कार्यालय से तीन जनवरी को सशस्त्र डकैती हुई थी. इसमें लूटी गयी कुल संपत्ति की कीमत 20 करोड़ रुपये आंकी गयी है. पुलिस ने कहा कि जांच का अंतिम चरण सोना का निबटान और उसकी बरामदगी का पता लगाने पर केंद्रित होगा.
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